बरोदा में हरियाणा की असली ‘चौधर’ का मूल मंत्र दे गए सी.एम. खट्टर

10/11/2020 9:52:50 AM

डेस्कः मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बरोदा उप-चुनाव को लेकर किस हद तक सक्रिय व आक्रामक तेवरों में हैं इस बात का प्रमाण शनिवार को मुख्यमंत्री के बरोदा उप-चुनाव के मद्देनजर गोहाना क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए दौरे से साफ मिलता है। बरोदा उप-चुनाव घोषित होने के बाद पहली बार क्षेत्र में दस्तक देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्षीदलों को घेरा और क्षेत्रवाद की चौधर का नारा देने वाले नेताओं पर भी कड़े हमले किए। उन्होंने पार्टी कार्यकत्र्ताओं में जोश का संचार किया और लोगों को हरियाणा की असली चौधर का वास्तविक अर्थ समझाया। 

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तीखा हमला बोलते हुए खट्टर ने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा विकास की पक्षधर रही है जबकि पिछली सरकारों में भ्रष्टाचार का बोलबाला था और हमने सत्ता में आते ही विकास को रफ्तार दी और भ्रष्टाचार पर स्पीड बे्रकर लगाए। मुख्यमंत्री ने यह भी तंज कसा कि वर्ष 2014 से प्रत्येक हरियाणवी को उसकी चौधर हमने ही दी है जबकि यहां बापू-बेटे ने अपने घर में ही चौधर रखी है। 

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि हरेक राजनीतिक पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुकी बरोदा विधानसभा सीट की सियासी पिच पर जिस लिहाज से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज धुंआधार बल्लेबाजी करते हुए विरोधियों पर कड़े हमले बोले और अपनी सरकार के विकास कार्यांे का लेखा जोखा प्रस्तुत किया उससे साफ जाहिर है कि भाजपा इस चुनाव को विकास के साथ-साथ व्यक्तिगत चौधर बनाम हरियाणा की चौधर से जोडऩे वाली है, क्योंकि मुख्यमंत्री खट्टर निरंतर हरियाणा एक और हरियाणवी एक पर फोकस करते हुए परस्पर हर वर्ग की सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करने व करवाने की दिशा में बढ़ रहे हैं और वे हर मंच पर इस बात पर बल भी देते नजर आ रहे हैं कि हम क्षेत्र व जातवाद की चौधर की बात नहीं करते बल्कि हरियाणा की चौधर लाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

पर्यवेक्षकों के अनुसार शनिवार को जिस अंदाज में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पत्रकार वार्ता दौरान खुलकर लोगों को चौधर और विकास से अवगत करवाया है निश्चित ही आने वाले समय में यहां यह नारा चुनावी रंगत बदल सकता है।गौरतलब है कि बरोदा उप-चुनाव भाजपा-जजपा के लिए किसी पहले चुनाव के रूप में प्रतिष्ठा का प्रश्न तो है ही वहीं कांग्र्रेस, इनैलो जैसी बड़ी राजनीतिक पार्टियों के लिए ‘कम बैक’ का जरिया भी कहा जा रहा है। हालांकि इस उप-चुनाव की जीत या हार से हरियाणा की सत्ता पर कोई फर्क नहीं पडऩे वाला मगर फिर भी सभी दल इस उप-चुनाव को प्रदेश की भावी सियासत से अवश्य जोड़ कर देख रहे हैं। 

कांग्रेस जहां इस उप-चुनाव में खुद का गढ़ बचाने के लिए जी तोड़ प्रयास कर रही है वहीं इनैलो भी पूरे दमखम के साथ सियासी ताल ठोके हुए है। इसी कड़ी में भाजपा भी इस विधानसभा क्षेत्र में कमल खिलाने के लिए दौड़ धूप कर रही है। इसी की बानगी है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को पार्टी कार्यकत्र्ताओं को चुनावी प्रचार के बारे में जानकारी दी और बताया कि भाजपा की सरकार में यह दूसरा उप-चुनाव है।  कार्यकत्र्ताओं के समक्ष लेखा-जोखा रखते हुए मुख्यमंत्री ने वो तमाम आंकड़े बताए जो भाजपा सरकार के कार्यकाल दौरान बरोदा व अन्य क्षेत्रों में विकास कार्य किए गए हैं। उन्होंने कार्यकत्र्ताओं को टिप्स दिए कि वे सिर्फ विकास के नाम पर लोगों के पास जाएं ताकि  जनता को इस बात का आभास हो सके कि सही मायने में विकास का पक्षधर कौन है?

Isha