दोस्ती में दगाबाजी: दोस्त के गंदे इरादों के कारण घर नहीं लौट पाया पिंटू

8/9/2018 6:10:34 PM

यमुनानगर(सुमित): हरियाणा के जिला यमुनानगर में एक दोस्त ने अपने दोस्त के बेटे को ही मौत के घाट उतार दिया। दरअसल, मृतक अपने पिता के दोस्त के घर उसके साथ उसके ही घर 7 लाख रुपए लेने गया था, जिसके बाद वह संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया। वहीं पिंटू गायब होने आरोपी के साथ ही था। पिंटू के न पहुंचने पर उसके पिता ने अपने दोस्त डॉ. नरेश से बात की। परिजनों के मुताबिक, पिंटू की गुमशुदगी पर दोस्त डॉ. नरेश पर परिवार को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। बाद में आरोपी डॉ. नरेश ने परिवार को बताया कि उसने गाड़ी समेत पिंटू को नहर में धकेल दिया है।

वहीं पुलिस को मिली कि शिकायत के बाद पुलिस ने डॉ. नरेश से पूछताछ के बाद यमुना नहर में वाटर बोट और गोताखोरों की मदद से लम्बे सर्च आपरेशन के बाद क्रेन के साथ पिंटू की स्विफ्ट कार को नहर से निकाल लिया है, लेकिन पिंटू के शव की तलाश अभी भी जारी है।



दरअसल, पिंटू के पिता व डॉ. नरेश का आपस में भाइयों जैसा प्यार था, एक दूसरे के घर आना जाना था। लेकिन मंगलवार के दिन सुबह से ही पिंटू के पिता के दोस्त डॉ. नरेश के दिमाग मे कुछ चल रहा था जिसे रात होते होते उसने अंजाम दिया।

पिंटू के पिता कंवर पाल सैनी ने बताया कि डॉ. नरेश उनका काफी सालों से बहुत अच्छे दोस्त है। दोनों का परिवार में आना जाना है। हमारे बीच अक्सर लाखों का लेनदेन होता रहता था। अभी कुछ समय पहले उन्होंने नरेश को किसी से 7 लाख रुपए दिलवाए थे। 7 अगस्त को डॉ नरेश सुबह मेरे घर आया और सात लाख रुपए वापस देने की बात कही। शाम को मेरा बेटा पिंटू उसके घर सात लाख रूपये लेने गया, जिसके बाद से व गायब हो गया।

उन्होंने बताया कि उन्होंने शाम को पिंटू को फोन किया तो तब भी वो डॉ नरेश के घर था। उसके कुछ देर बाद 8 बजे के बाद मैंने फोन किया तो पीछे से आवाज आई, कि आधे घण्टे तक में पिंटू को भेज दूंगा। लेकिन आधा घण्टा बीत जाने के बाद भी पिंटू घर नही आया। मैंने फिर 10 बजे के बाद पिंटू को फोन किया तो उसका फोन बंद था। 



पिंटू के पिता ने बताया कि नरेश के नंबर पर काल की तो उसकी पत्नी ने कहा कि फोन चाजिऱ्ंग पर है। नरेश पिंटू के साथ घूमने गए है गाड़ी में मैंने कहा इस वक्त तब नरेश की पत्नी ने कहा कि जब आएंगे बात करवा दूंगी, लेकिन फिर भी कोई फ़ोन नही आया। मैंने कुछ देर बाद फिर फोन किया तो नरेश उसने बताया कि उसने जो 7 लाख रुपए देने थे वो पिंटू को दे दिए है। पिंटू ने उसे पांजुपुर छोड़ दिया था और आगे वो ठसका गांव अपनी बहन के पास चला गया।

उन्होंने बताया कि नरेश हमें रात भर वो गुमराह करता रहा। सुबह बोला कि ट्रक ने पिंटू की कार को टक्कर मार दी और वो नहर में गिर गया होगा। फिर पैर पकडऩे लग गया और कबूल लिया और बताया कि 7 लाख के लिए उसने मेरे बेटे को मार दिया। इसमें उसकी पत्नी भी शामिल है पहले उन्होंने मेरे बेटे को चाय में कुछ नशीला पदार्थ खिलाया और उसके बाद इस घटना को अंजाम दिया है इन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।

वहीं परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने डॉ. नरेश से सख्ती से पूछताछ की। पुलिस की कई टीमें गोताखोरों के साथ देर रात तक रेस्क्यू चलाया, लेकिन अंधेरा होने की वजह फिर सुबह क्रेन मंगवाई गई।  गोताखोरों की टीम ने स्विफ्ट कार का बाहर निकाला लिया है। लेकिन पिंटू का शव अभी भी नहीं मिल पाया है, तलाश जारी है।

Shivam