बाजरे की खरीद का पर्याप्त व्यवस्थाओं के अभाव में किसान व आढ़ती के लिए बनी मुसीबत

10/24/2019 10:53:44 AM

बहल (पोपली) : बहल मंडी में शुरू हुई बाजरे की खरीद पर्याप्त व्यवस्थाओं के अभाव में किसानों व आढ़तियों के लिए जी का जंजाल बन गई है। वजह है कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा जो बाजरा खरीद किया है, उसका समय पर उठान नहीं किया जा रहा है। हालत यह है कि कॉमन शैड एवं दुकानों के आगे लगे बाजरे को आवारा पशु खराब कर रहे हैं। एक अक्तूबर से बहल अनाज मंडी में पहले बाजरे की खरीद का जिम्मा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने संभाला था। लेकिन, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग शुरू से ही खरीद प्रक्रिया को सुचारू चलाने में विफल साबित हुआ है।

शुरूआत में रोज खरीद नहीं हो पाने के कारण किसान परेशान रहे। उसके बाद अब आढ़ती खरीदे गए बाजरे का उठान नहीं होने से परेशान हो रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि विभाग ने एक से 17 अक्तूबर तक 20 हजार किं्वटल बाजरा खरीदा था, जिसमें से अभी भी आठ हजार बाजरा मंडी में लावारिस हालत में पड़ा है। विभाग की उठान प्रक्रिया बहुत धीमी है जिससे ऐसा लगता है कि उठान होने में महीने लग जाएंगे तब तक मौसम और आवारा पशुओं से बाजरे को बचा पाना मुश्किल होगा।

एक अव्यवस्था यह भी है कि मंडी में चौकीदार की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मंडी परिसर में दिनभर आवारा पशुओं का जमघट बना रहता है जो बाजरे को खराब कर रहे हैं। आढ़तियों एवं किसानों का कहना है कि लेट उठान से जहां बाजरे के वजन में घटती आएगी वहीं उसकी गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। कारण कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने एक से 17 अक्तूबर तक खरीद की थी।

उसके बाद से खरीद हैफेड द्वारा की जा रही है। ऐसे में करीब 10 से 15 दिन पहले खरीदा गया बाजरा खुले में ही भगवान भरोसे पड़ा है। उन्होंने मांग की है कि विभाग खरीद किए गए बाजरे का उठान अतिशीघ्र करवाए ताकि आगे की खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चले और किसानों को बाजरे की बिक्री में किसी प्रकार की दिक्कत न आए।
 

Isha