तीज-त्यौहारों के माह में हरियाणा में दिखेगी सियासी हलचल

8/11/2018 12:45:07 PM

हिसार (संजय अरोड़ा): वर्ष 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार से लेकर विपक्ष तक सक्रिय है और यही कारण है कि अब प्रदेश की सियासत भी पल-पल बदलते हुए तेज होते दिख रही है। अगस्त माह में ही जहां सत्तारुढ़ भाजपा हरियाणा की सियासी भूमि को नापते नजर आएगी और विपक्षी दलों के रथ, साइकिल भी इसी माह में सड़कों पर दिखेंगे तो वहीं इसी माह में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में भी सत्ता व विपक्ष के नेता एक-दूसरे से सियासी हिसाब-किताब मांगते नजर आएंगे। इस प्रकार आने वाले दिन हरियाणा में राजनीतिक रूप से पूरी तरह हलचल भरे होंगे। 

गौरतलब है कि अगस्त माह में ही विधानसभा सत्र है और 17 अगस्त से शुरू होने वाला यह सत्र राजनीतिक लिहाज से काफी गर्माहट पूर्ण रह सकता है। चूंकि इस सत्र को लेकर जहां विपक्षी दलों ने प्रदेश में कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, एस.वाई.एल., किसान विरोधी नीति व छात्र संघ चुनाव को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी की हुई है तो वहीं सरकार भी इन विपक्षी तीरों की दिशा बदलने के लिए ढाल रूपी होमवर्क करने में मशगूल है। 

इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर किसानों की नब्ज टटोलने के लिए फील्ड में उतरे हुए हैं। इसी के साथ वे अपनी 5वीं किसान रैली इसी माह की 12 तारीख को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रभाव माने जाने वाले क्षेत्र गोहाना में किसान धन्यावाद रैली करने जा रहे हैं। उधर, इसी दिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी अपना रथ लेकर अहीरवाल क्षेत्र में दस्तक देंगे। इसके अतिरिक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर भी अपनी साइकिल यात्रा का चौथा चरण इसी अगस्त माह में शुरू करेंगे। मुख्य विपक्षी दल इनैलो का हरियाणा बंद भी इसी माह की 18 तारीख को किया जाना है। इन सबके बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुर्जेवाला द्वारा रैलियों व सम्मेलनों का सिलसिला अगस्त में भी बदस्तूर जारी रहेगा।

साथ ही सांसद राजकुमार सैनी व आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयङ्क्षहद भी इसी माह में पूरी सक्रियता से प्रदेश में जनसंपर्क करते नजर आएंगे। कुल मिलाकर आजादी दिवस के साथ-साथ तीज-त्यौहारों का यह अगस्त माह सियासी गर्माहट समेटे होने की वजह से प्रदेश के लोगों के अलावा राजनीतिक पर्यवेक्षकों के लिए काफी दिलचस्प हो सकता है। 

खट्टर करेंगे हुड्डा व चौटाला के क्षेत्रों में रैलियां
केंद्र सरकार द्वारा खरीफ फसलों के समर्थन मूल्यों की गई वृद्धि पर किसानों को साथ जोडऩे निकले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर  महेंद्रगढ़, शाहबाद मारकंडा, घरौंडा व बरवाला के बाद इस अगस्त माह में 2  पूर्व मुख्यमंत्रियों भूपेंद्र सिंह हुड्डा व ओमप्रकाश चौटाला के क्षेत्रों में किसान रैलियां करने जा रहे हैं। सी.एम. खट्टर 12 अगस्त को हुड्डा का प्रभाव क्षेत्र समझे जाने वाले गोहाना के साथ-साथ 25 अगस्त को चौटाला के गृहक्षेत्र डबवाली में रैली करेंगे। इसके अलावा खट्टर 18 अगस्त को गुरुग्राम में प्रजापत समाज के एक सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। 

हरियाणा बंद को लेकर सक्रिय इनेलो
सतलुज यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर पिछले लगभग पौने 2 वर्ष से प्रदेश में आंदोलन चला रही इनैलो ने अब अपने सहयोगी दल बसपा के साथ मिलकर इसी मुद्दे पर 18 अगस्त को हरियाणा बंद का आह्वान किया है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने दिसम्बर 2016 में एस.वाई.एल. का पानी हरियाणा में लाने के लिए ‘जलयुद्ध’ शुरू किया था। इस युद्ध के 5 चरण पूरे होने के बाद अब छठे चरण के रूप में इनैलो-बसपा गठबंधन द्वारा इस बंद का आह्वान किया गया है। बंद को सफल बनाने के लिए जहां खुद अभय सिंह चौटाला कमान संभाले हुए हैं और लगातार प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं तो वहीं हर विधानसभा क्षेत्र में दोनों दलों के नेता व कार्यकत्र्ता सीधे व्यापारियों से मिलकर बंद को सफल बनाने की अपील भी कर रहे हैं।

सैनी व जयहिंद भी रहेंगे सक्रिय
2 सितम्बर को अपने नए राजनीतिक दल लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी का गठन करने से पूर्व सांसद राजकुमार सैनी भी अगस्त माह में पूरे दमखम के साथ दौरों पर हैं और वह लगातार सभाओं के जरिए 2 सितम्बर को पानीपत में होने वाली अपनी रैली को कामयाब करने में जुटे हुए हैं। उधर, आम आदमी पार्टी भी अगले विधानसभा और लोकसभा चुनावों को लेकर सक्रिय है और पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद अन्य राजनीतिक पाॢटयों की सभाओं एवं रैलियों की कड़ी में अपनी पार्टी का भी प्रचार प्रसार करने के लिए फील्ड में उतरे हुए हैं और वह इन दिनों खट्टर सरकार के खिलाफ पूरे आक्रामक तेवर अपनाए हुए हैं।
 

Deepak Paul