इलाज के नाम पर डॉक्टर ने लूटे 30 लाख, अब बोला काटना पड़ेगा पैर

7/21/2018 6:52:42 PM

गोहाना( सुनील जिंदल): प्रदेश में प्राइवेट अस्पतालों का मनमानी लगातार सामने आ रही है, इस बार का कारनामा सोनीपत के अस्पताल का सामने अाया है, जहां अस्पताल ने कुमासपुर निवासी राजबीर से 2016 से अब तक पैर में हड्डी लगाने के नाम पर करीबन 30 लाख रूपए ले लिए। अब पैसे खत्म होने पर अस्पताल उसे लात कटवाने की सलाह दे  रहा है। जिसके चलते  राजबीर की पत्नी ने सी एम  विंडो  सोनीपत उपायुक्त और स्वास्थ्य विभाग को शिकायत दी है। उसका कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जाएऔर अस्पताल प्रशासन पर सख्त कार्रावाई की जाए। 

पीड़ित राजबीर ने बताया की 14 जून 2016 को  सिवाह पानीपत हमारी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया और मुझे पानीपत प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया और उन डॉक्टरों ने मेरा पैर काटने की बात कही। जिसके बाद वे इस प्राइवेट अस्पताल में आ गए डाक्टरों ने  6 महीने में पैर कवर होने की बात कही और ये इलाज करते रहे, जिसमें करीबन 30 लाख रुपए खर्च हो गए। इस दौरान उसने किसी और अस्पताल में दिखाया तो वहां से जानकारी मिली कि पैर में हड्डी ही नही है। उसका अारोप है कि डॉक्टरों ने चुना लगाया है और मुझसे 30 लाख रूपए ले लिए। 

अस्पताल ने इलाज के नाम पर लूटा 
अब हम पर भूखे मरने की नौबत अा चुकी है। घर में सिर्फ एक टाइम ही खाना बनता है तो दूसरे टाइम नहीं बनता। मजबूरी के चलते मुझे घर चलाने के लिए 2 घंटे की नौकरी करनी पड़ रही है। 

इलाज के लिए घर तक बेचा
पीड़ित का कहना है कि उसने इलाज के लिए घर तक बेच डाला है। लेकिन उसका पैर ठीक नहीं हुअा। इलाज में तीन गाड़ियां भी बर्बाद हो गई है। अब उसके पास बच्चों को स्कूल भेजने के लिए भी पैसे नहीं हैं। उसका कहना है कि इस अस्पताल पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि जो उनके साथ हुअा वे किसी और के साथ नहीं होना चाहिए।

भाई ने बयां किया दर्द 
पीड़ित के भाई विनोद ने बताया की हमारे भाई का एक्सीडेंट हुआ था और अस्पताल वालों ने जिम्मेदारी ली थी की आपका भाई 6 महीने में चलने लग जाएगा, उसके बाद उन्होंने 13 ऑपरेशन किए और हमे बोलते रहे की पैर की हड्डी कवर हो रही है अब 2 साल के बाद बोल रहे है की आपका पैर कटेगा और हमने जब दूसरे डॉक्टरों को दिखाया तो उन्होंने बोला जिस दिन एक्सीडेंट हुआ उसदिन ये पैर कटना था और ये अब भी कटेगा।   

वहीं अब पूरे मामले की जांच स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास है और जब हमने  मामले की जानकारी लेनी चाही तो  सीएमओ  ने कैमरे पर बोलने से साफ़ मना कर दिया 

Deepak Paul