लिंगानुपात में पलवल जिला हरियाणा में 15वें नंबर से 6वें नंबर पर

11/30/2019 10:49:34 PM

पलवल(दिनेश): लिंगानुपात में पलवल जिला हरियाणा प्रदेश में 6वें नंबर पर आ गया है। इससे पहले पलवल जिला पूरे स्टेट में 15वें नंबर पर था। लिंगानुपात के आंकड़ों में हुए सुधार को लेकर स्टेट अथॉरिटी डा. राकेश गुप्ता ने इस सराहनीय कार्य के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की है। जिला चिकित्सा अधिकारी डा.प्रदीप शर्मा ने बताया कि वर्ष 2011 में पलवल जिला का लिंगानुपात एक हजार लडक़ों के मुकाबले 889 लड़कियों का था। जो कि पिछले महीने बढ़कर एक हजार लड़कों के मुकाबले 932 लड़कियों तक हो गया है, जिसमें लगभग 63 प्वाइंट की वृद्घि दर्ज की गई है। 


इसी प्रकार से पलवल जिला हरियाणा प्रदेश में 6वें नंबर पर आ गया है। इस साल से पहले पलवल जिला हरियाणा प्रदेश में 15वें नंबर था। जिला स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से एक बहुत बड़ी छलांग पलवल जिले ने लगाई है। डा.प्रदीप शर्मा ने बताया कि पलवल जिले में कई वर्षो में  लिंगानुपात स्थिति में अच्छा सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में लिंगानुपात की स्थिति काफी अच्छी है। ग्रामीण क्षेत्र में माता पिता बेटियों को बेटों से ज्यादा महत्व दे रहे हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ' के सपने का साकार किया जा रहा है। बेटियों को जन्म देकर बेटियों को शिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। डा. प्रदीप शर्मा ने बताया कि जिले में लिंगानुपात की स्थिति में सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच की जा रही है। इसके अलावा एमटीपी सेंटरों को भी चैक किया जा रहा है। जिले की सीमा से सटे हुए राज्य उत्तरप्रदेश में भी लिंग जांच करवाने वालों पर छापेमारी की जा रही है। 

यूपी में अल्ट्रासाउंड करने वाले सेंटरों ने पलवल जिला से आने वाले लोगों के अल्ट्रासाउंड करने बंद कर दिए हैं। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा कन्या भू्रण हत्या को लेकर व बेटियों की शिक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। जिले के कई स्कूलों में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा है। 

उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने लिंगानुपात की स्थिति में ओर सुधार करने के लिए वर्ष 2020 में एक हजार लडक़ों के मुकाबले 950 लड़कियों का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अथक प्रयास करेगा।

Shivam