गांव में लगा है समस्याओं का अंबार, सीएम ने नहीं दिया मिलने का समय

9/8/2018 9:52:47 PM

यमुनानगर(सुमित): यमुनानगर के नाहरपुर गांव व शहर में विकास के मुद्दों को लेकर एन.आर.आई. एवं नाहरपुर निवासी कैप्टन कृपाल सिंह संधु ने कहा कि जठलाना में करीब 25 गांव हैं और उनका गांव नाहरपुर सबसे बड़ा है। जिसकी आबादी 10 हजार है और यह सबसे गंदा गांव है। उन्होंने कहा कि इस गांव में न तो राजनेता आते हंै और न ही अधिकारी। छोटे से छोटा गांव गोद ले लिया गया है, लेकिन उनके गांव को किसी ने न तो गोद लिया और न ही विकास में आगे ले जाने की पहल की।

कैप्टन ने कहा कि उनके गांव में अस्पताल जरूर है, लेकिन डाक्टर नहीं है। एक लेडी डाक्टर है जहां पर पुरुष मरीज आने से परहेज करते है। उन्होंने पुरुष डॉक्टर और अन्य खाली पदों को भरने की मांग की। उन्होंने कहा कि गांव में स्टेडियम जरूर है, लेकिन यह स्टेडियम भी उपेक्षा का शिकार है। जाने के लिए रास्ता ही नहीं बचा। गांव में अवैध कब्जों की भरमार है।



इसी तरह हाइवे किनारे लकडिय़ां पड़ी है, जिनके कारण जाम लग जाता है। नतीजा आए दिन हादसे के रूप में भुगतना पड़ता है। नवनिर्मित हाईवे हाल ही में बना और यह धंसना भी शुरू हो गया है। इसकी अपरोच रोड भी धंसनी भी शुरू हो गई है। शनिवार को इन्हींं गड्ढों में दो ट्रक फंस गए। उन्होंने कहा कि गांव में दसवीं तक स्कूल है और लड़कियों की सं या बहुत अधिक है। जिन लड़कियों को बारहवीं करनी है उन्हें नागल जाना पड़ता है।

इसी तरह बस सर्विस भी बहुत कम है। यदि बस का रूट यमुनानगर से गुमथला वाया हरियाबांस हो जाए तो सारी दिक्कत दूर हो सकती है। मौजूदा समय में बस की कम सर्विस के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। कई बार तो बस न रुकने के कारण बच्चे बस में चढ़ नही पाते और उनकी परीक्षा तक रह जाती है। उन्होंने कहा कि जब उनकी कहीं सुनवाई न हुई तो उन्होंने करीब 10 बार सीएम से मिलने का समय मांगा। एक बार भी उन्हें समय नहीं दिया गया। यदि मुख्यमंत्री उन्हें समय दे देते तो कम से कम गांव का कुछ विकास हो जाता और जो जन प्रतिनिधि विकास के नाम पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं वह भी रुक जाता।

Shivam