पैट्रोल-डीजल के बढ़े दामों ने मचाया हाहाकार, आम आदमी की जेब पर वार

1/17/2021 12:41:01 PM

पलवल : पैट्रोल व डीजल के लगातार बढ़ते दामों से एक ओर जहां जनता का हाल बेहाल है तो दूसरी तरफ पेट्रोल कंपनियां और सरकार लगातार बढ़ रही कमाई में मस्त हैं। आज सरकार में बैठे नेता जो यूपीए राज में बढ़ते पेट्रोल के दामों पर सरकार को जी भर के कोसते थे लेकिन अब उन्हें इसमें कुछ भी गलत नजर नहीं आता है। संप्रग राज में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम भी बढ़ रहे थे, लेकिन अब यहां भी स्थिति उल्ट है। 2014 में कच्चे तेल की कीमत लगभग 100 डॉलर प्रति बैरल थी जो सितंबर 2017 में लगभग 50 डॉलर प्रति बैरल रह गईं। उस दौर से तुलना की जाए तो देश में लगभग सभी जगह पेट्रोल के दाम बढ़े हैं। जब से सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम प्रतिदिन के आधार पर तय करने का फैसला किया है तभी से लोगों ने भी इस पर ध्यान देना बंद कर दिया है। शुरुआती कुछ दिन जरूर दाम कम हुए पर उसके बाद तो यह बढ़ते ही चले गए। केंद्र सरकार के और हर राज्य के अलग तेल के इस खेल में आम आदमी उलझ कर रह गया है और ठोक से विरोध भी नहीं कर पा रहा है।

सवाल यह भी उठता है कि सरकार जब जीएसटी के माध्यम से एक देश, एक कर की बात करती है तो पेट्रेल- डीजल को क्यों छोड़ दिया गया है?  एक समान टैक्स हो जाए तो देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम हो सकती हैँ। दाम भी उस समय बढ़ रहे हैं जब कच्चे तेल को कीमतों में लगातार नरमी बनी हुई है। पेट्रोल  और डीजल के बढ़ते दामों ने हहाकार मचा रखा  है। जिससे आम आदमी परेशान हैं। आलम ये है कि लोगों का महीने का गुजारा करना मुश्किल पड़ रहा है। ऐसे में पंजाब केसरी आम लोगों के बीच यह जानने के लिए पहुंचा कि आखिर पेट्रेल और डीजल के बढ़ते दामों की वजह से आम आदमी किस तरह से परेशान है।

जिले में आज पेट्रोल जहां 83.12 पैसे प्रति लोटर कोमत रही तो वहीं 75.70 पैसे प्रति लीटर डीजल बिक अगर पूरे देश में पेट्रोलियम उत्पादों पर रहा है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पेट्रोल और डीजल के बढ़े हुए दाम किस तरह से आम इंसान को परेशान कर रहे हैं। है

ऑटो में नहीं बैठती सवारियां
जिले में छोटी दूरियों के जाने के लिए ऑटो का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है । पेट्रोल पंप में ही डीजल डलवाने आए एक ऑटो ड्राइवर बताते हैं कि वह एक ऑटो चला कर अपना परिवार पालते हैं, लकिन उनके लिए अब बड़ी समस्या हो गई है।क्योंकि पहले तो कोरोना काल की वजह से लाकडॉउन में अपने घरों में बंद रहे उसके बाद कोरोना से ही ज्यादा सवारी ऑटो पर नहीं बिठा पाते थे ऊपर से डीजल के बढ़ते दामों की वजह से वो और ज्यादा परेशान हैं।

बढ़ते दाम से जनता परेशान
पेट्रेल-डीजल के दाम जिस तरह से बढ़ रहे है, उसने पब्लिक को मुश्किल में डाल दिया है। पंजाब केसरी जब आम लोगों से बात रे पहुंचा अलग-अलग तरह की समस्या बताई, कुछ लोगों ने कह्म कि पेट्रील और डीजल के बढ़ते कामों की वजह से उनके लिए अब गाड़ी चलाना मुश्किल हो रहा है। तो कुछ लोगों ने बताया कि उनके महीने के खर्च पर बहुत ज्यादा असर पड़ा है। कुछ लोगों जेब खर्च में इसका असर देखने को मिल रहा है तो वहीं कुछ लोगों ने कहा कि अब परिवर चलाना मुश्किल हो रहा है। पहले जितने रुपये में हो जाता था अब उससे कहीं ज्यादा लग रहा है। वैसे भी कोरोना काल की वजह से आमदनी भी कम हो चुकी है, पैसे कम हैं ओर इस तरह से महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है।

पेट्रोल-डीजल ने बढ़ाई महंगाई
बड़े हुए दामों पर लोगों का साफ कहना है कि तेल देखो तेल की धार देखो। पेट्रोल और डीजल के दाम जिस तरह से लगातार बढ़ रहे हैं और जिस तरह से अभी दाम है उसी की वजह से तो महंगाई की मार पड़ रही है क्योंकि हर तरफ महंगाई देखने को मिल रही है। हर चीज के सामान बढ़े हुए हैं चाहे फिर सब्जी की बात करें या फिर किराना समान की या फिर दैनिक दिनचर्या में इस्तेमाल होने वाले समान की बात करें जिस तरह की महंणाई बढ़ी है, उससे अब घर चलाना मुश्किल रहा है।

Manisha rana