साफ-सफाई के मामले में फिसड्डी हरियाणा, टॉप 50 शहरों में भी नहीं मिली जगह

5/4/2017 5:32:05 PM

दिल्ली/चंडीगढ़:भारत को स्वच्छ बनाने का अभियान साल 2014 में शुरू हुआ था। लेकिन अभियान के 3 साल बाद भी हरियाणा इस मिशन में फिसड्डी साबित हुआ है। केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई ताजा स्वच्छ भारत रैंकिंग में हरियाणा बुरी तरह पिछड़ा है। भारत के 443 स्वच्छ शहरों की इस रैंकिंग में हरियाणा के सिर्फ 13 शहर शामिल हैं। हरियाणा का पहला शहर करनाल इस लिस्ट में 65वें नंबर पर है। टॉप 10 और टॉप 25 तो छोड़िए, टॉप 50 शहरों में भी हरियाणा का कहीं नामों निशान तक नहीं है। करनाल सीएम मनोहर लाल का विधानसभा क्षेत्र है और स्वच्छता का राग अलापने वाली सरकार के मुखिया का खुद का ही विधानसभा क्षेत्र लिस्ट में 65वें नंबर है।

अनिल विज का शहर अंबाला 308वें नंबर पर
यही हाल दूसरे मंत्रियों की विधानसभा क्षेत्रों का भी है। कैबिनेट मंत्री अनिल विज अंबाला से विधायक हैं और हर बार स्वच्छ भारत मिशन का राग अलापने में ये भी आगे रहते हैं, लेकिन इनके अपने विधानसभा क्षेत्र अंबाला का इतना बुरा हाल है कि पूरे देश के 443 शहरों की लिस्ट में अंबाला का नाम 308वें नंबर पर है।

कविता जैन का सोनीपत भी गंदगी में अव्वल 
कैबिनेट मंत्री कविता जैन का क्षेत्र है सोनीपत। सोनीपत की हालत भी स्वच्छता के मामले में खस्ता है। केंद्र की ताजा रैंकिंग में सोनीपत 208वें नंबर पर है यानी गंदगी के मामले में हरियाणा के ये शहर पूरे देश में हरियाणा की छवि पर धब्बा लगा रहे हैं।

पिछले साल के मुकाबले और गंदे हो गए कई शहर
हरियाणा के बाकि शहरों का हाल भी ऐसा ही है, जो गुरूग्राम पिछले साल की रैंकिंग में 37वें नंबर पर है वो इस बार की रैकिंग में बुरी तरह गोता लगाकर 112वें नंबर पर पहुंच गया है। यही हाल फरीदाबाद का भी है। फरीदाबाद बीते साल 51वें नंबर पर था लेकिन इस साल 88वें नंबर पर पहुंच गया और ये दोनों ही इलाके दिल्ली से सटे हुए हैं। दिल्ली का इस लिस्ट में 11वां स्थान है। जबकि दिल्ली के साथ सटे होने के बावजूद गुरुग्राम और फरीदाबाद स्वच्छता के मामले में दिल्ली से कोसों दूर है।

सबसे साफ 100 शहरों में हरियाणा के सिर्फ 2 शहर
केंद्र की इस स्वच्छ शहरों की लिस्ट में हरियाणा के कुल 13 शहर हैं और इन सभी ने गंदगी के मामले में बड़े आयाम इस लिस्ट के मुताबिक हासिल किए हैं। चंडीगढ़ के साथ सटे पंचकूला का लिस्ट में 211वां स्थान है। जींद इस लिस्ट में 265वें नंबर पर है। सिरसा 274वें नंबर पर, कैथल 282वें नंबर पर, हिसार 291वें नंबर पर, रेवाड़ी 293वें नंबर पर और पानीपत 335वें नंबर पर है।

इस लिस्ट के हिसाब से हरियाणा प्रदेश गंदगी के मामले में देश के ज्यादार राज्यों से भी ज्यादा फिसड्डी साबित हुआ है। इन आंकड़ों से साफ जाहिर है कि प्रदेश में स्वच्छ भारत अभियान को सरकार ज्यादा गंभीरता से नहीं ले रही है और न ही यहां की आम जनता स्वच्छता के मामले मेें सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की हिम्मत जुटा पा रही है।

करनाल ने बचाई नाक
देशभर के 443 स्वच्छ शहरों की लिस्ट में हरियाणा की हालत भले ही खस्ता हो लेकिन इस खस्ता हालत में भी करनाल ने हरियाणा की लाज बचाई है। करनाल और फरीदाबाद हरियाणा के दो ऐसे शहर हैं जो टॉप 100 स्वच्छ शहरों में शामिल है। जनसंख्या आधारित क्षेत्र में समूचे उत्तर भारत में करनाल को पहला स्थान मिला है। 2 से 10 लाख तक की जनसंख्या वाले क्षेत्र में करनाल को उत्तर भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।