भारतीय नौसेना के एकमात्र महावीर चक्र विजेता राव चिम्मन सिंह को हुआ कोरोना

4/14/2021 10:31:43 AM

चंडीगढ़ (धरणी) : भारतीय सैनिक बलों की गाथाऐं वीरता से भरपूर्ण हैं। ऐसे ही 1971 यूद्ध के एक महायोद्धा राव चिम्मन सिंह हैं। खबर है कि वह कोराना से संक्रमित हैं और पंचकुला के पारस हस्पताल में उपचाराधीन हैं। वह मूलरूप से ग्राम गोकुलगढ़, जिला रेवाड़ी, हरियाणा के हैं। उनके संबंधि राम नारायण यादव, जो हरियाणा विधानसभा से अतिरिक्त सचिव के पद से सेवानिवृत हुए हैं, उन्होंने बताया कि उनको 11 अप्रैल को रेवाड़ी से अंबाला लाया गया और 12 को पारस हस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी स्थिति में सुधार है। डा. आशीश अरोड़ा की देखभाल में उनका इलाज पारस में चल रहा है।

16 वर्ष की आयू में चिम्मन सिंह जी भारतीय नौसेना में 8 जून, 1961 को नौसेनिक के तौर पर भर्ती हुए और थोड़े समय में हीे ’’केक्टस लिली’’ जैसे आपरेशन में शामिल होकर नौसेना में पैटी आफिसर ;सूबेदारद्ध का पद हासिल कर लिया। दिसंबर 1971 के युद्ध में अपने युद्धपोत के तवाह हो जाने व भारी तरह से जख्मी चिम्मन सिंह ने दुश्मन को अकेले चुनौति देकर बाकी जख्मी आफिसर व सैनिकों को समुद्र के किनारे लाकर बचा लिया। परंतु उनको पाक सैनिकों ने बंदी बना लिया, जो बाद में रिहा हुए। सिंह को 31 मार्च, 1972 को राष्टृपति महामहिम वी.वी. गिरी ने महावीर चक्र के सम्मान से सम्मानित किया, तथा बंगलादेश के राष्टृपति व प्रधानमंत्री ने ’’फ्रैंड्स आफ लिब्रेशन वार औनर’’ से बंगलादेश में बर्ष 2013 में सम्मानित किया। चिम्मन सिंह जी की देशभक्ति का एक और उदाहरण है। उन्होंने अपने पार्थिव शरीर को राष्टृ को समर्पित करने का कानूनी संकल्प लिया है। 

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Content Writer

Manisha rana