पॉल्यूशन पर जनरेटर बंद के आदेशों से त्रस्त उद्योगपति, बोले- पहले बिजली की समस्या दूर करनी चाहिए

10/12/2020 12:00:29 PM

गुरुग्राम (मोहित): साइबर सिटी में 15 अक्टूबर से जनरेटर नहीं चलेंगे के आदेश उद्योगपतियों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। उद्योपतियों की माने तो जिला प्रशासन को पहले बिजली की समस्या को दूर करना चाहिए, उसके बाद ऐसे आदेश जारी किए जाने चाहिए। सेक्टर 37 इंड्रस्टीयल एरिया के वाइस प्रसिडेंट केके गांधी ने कहा कि जनरेटर सिर्फ लाइट जाने पर चलाए जाते हैं, लेकिन साइबर सिटी में चलने वाले डीजल ऑटो 10 साल पुरानी डीजल गाड़िया जो की प्रदूषण की सबसे प्रमुख वजह है, इसको लेकर जिला प्रशासन के पास कोई ठोस योजना है ही नहीं। 

वहीं सेक्टर 37 इलेक्ट्रो प्लेटिंग के प्रधान उमेश कुमार ने कहा कि उद्योग जगत पहले ही आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। कोरोना ने इसे और विकराल रूप दे दिया। अब जब सब सही होने की दिशा में उद्योग बढ़ने लगे हैं तो ऐसे में जनरेटर नहीं चलेंगे जैसे आदेश काफी हैरान करने वाले जरूर हैं। इस मामले में ऑटो मोबाइल सेक्टर से जुड़ी स्नेहलता की माने तो सरकार को एनवायरमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी(ई.पी.सी.ए) को ऐसे फैसलों से पहले प्रदूषण कंट्रोल के अन्य विकल्पों पर भी पर भी योजना बनानी चाहिए। ताकि पॉल्यूशन जैसे गंभीर मुद्दे पर सही से व्यवस्थित तरीकों से काम किया जा सके। 

बता दें कि प्रदूषण विभाग ने लगातार बढ़ते प्रदूषण और इसको लेकर किए जा रहे उपायों पर काम करते हुए (ई.पी.सी.ए) के आदेशों के तहत हुए जिले भर में जरूरी काम(एसेंशियल सर्विस) को छोड़ डीजल जरनेटर न चले इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। जिसका सीधा असर उद्योगों पर पड़ना तय है। इसी को लेकर उद्योगपतियों ने इस आदेश पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के पास प्रदूषण को लेकर कोई ठोस योजना नहीं है।

vinod kumar