पर्यावरण के मद्देनजर मंदिर की नई पहल, पूरी तरह से हुअा पोलीथीन मुक्त

8/23/2018 6:16:57 PM

पलवल(दिनेश कुमार): पलवल जिले का पंचवटी मंदिर पूरे प्रदेश को पर्यावरण बचाने का संदेश दे रहा है। जो पूर्ण रुप से पोलीथीन मुक्त हो चुका है। मंदिर के मंहत कामतादास महाराज ने बताया कि मंदिर में पोलीथीन पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर में पूजा-अर्चना करने आने वाले प्रत्येक श्रृदालु को बताया जा रहा है कि वह मंदिर में प्रसाद व चढावे आदि की चीजे पोलीथीन में न लाएं, कोई भी वस्तु मंदिर में कोई भी श्रृदालु लेकर आए तो वह कपड़े वाले बैग का प्रयोग करें। पोलीथीन युक्त प्रसाद व कोई भी वस्तु मंदिर में किसी भी श्रद्धालु से नहीं ली जाएगी। 

मंहत ने बताया कि प्रतिदिन सुबह व शाम के समय मंदिर के गेट पर दो श्रृदालुओं की नियुक्ति की जाती है जो मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रृद्धालुओं से पोलीथीन को बाहर ही निकलवा देते है। उन्होने बताया कि मंदिर में जगह-जगह पोलीथीन बेन के पोस्टर लगवाए गए है तथा मौखिक तौर पर श्रृद्धालुओं को पोलीथीन का प्रयोग करने के लिए मना किया गया है।

पोलीथीन के प्रयोग से पयार्यावरण खराब होता है जिससे मानव जीवन पर बहुत बुरा असर पड़ता है तथा पोलीथीन कभी भी गलता नहीं है और बीमारियां फैलने का खतरा सदैव बना रहता है। हमारे मंदिर में प्लास्टिक के डिस्पोडल को बंद करके भंडारे इत्यादी के लिए स्टील के बर्तनों, पत्तलों का प्रयोग किया जाता है। चाय पीने के ‌लिए मंदिर में कांच के गिलास व कुल्लहड़ का प्रयोग होता है अब हमारा पंचवटी मंदिर पूरी तरह से पोलीथीन मुक्त है।

मंदिर में पुजा-अचर्ना करने श्रृद्धालु महावीर चौहान ने बताया कि पंचवटी मंदिर शहर का प्राचीन मंदिर है और यह मंदिर पूर्णरुप से पोलीथीन मुक्त हो चुका है। यहां के साधु संतों ने पयार्यावरण बचाने के लिए एक अच्छी पहल की है। जिससे वातावरण तो स्वच्छ रहेगा ही बल्कि बीमारियां फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा। उन्होने बताया कि वे आशा करते है कि जिले के सभी मंदिर इस मुहिम में शामिल हो सभी मंदिरो को पंचवटी मंदिर की तरह पोलीथीन मुक्त करें।
 

Deepak Paul