हरियाणा में अनूठे अंदाज से पढ़ाने की होगी पहल

12/27/2018 10:50:24 AM

चंडीगढ़(अर्चना सेठी): हरियाणा की साक्षरता की राह में आज भी 36 ब्लॉक रोड़े का काम कर रहे हैं। भरसक प्रयत्नों के बावजूद शैक्षणिक तौर पर पिछड़े ब्लॉक में आज भी लोग पढऩा पसंद नहीं कर रहे हैं। इन 36 ब्लॉकों के बच्चों को पढ़ाई के प्रति जागरुक करने के लिए राज्य के समग्र शिक्षा विभाग ने अनूठे तरीके अपनाने की तैयारी कर ली है। लोगों को पढ़ाई का महत्व समझाने के लिए अब पिछड़े ब्लॉक्स में नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों, एजूकेशन वर्कर्स, स्थानीय कलाकारों तथा गांवों के पंचों की ऐसी टीमों का गठन करने का फैसला किया गया है जो संबंधित गांव व ब्लॉक्स के लोगों व बच्चों को पढऩे की प्रेरणा देंगे। पढ़ाई से जुड़े संदेश देने वाले नाटकों का मंचन लोगों के दिलों को बदल सकता है।

ये हैं हरियाणा में शैक्षणिक तौर पर पिछड़े ब्लॉक्स
हरियाणा में मौजूदा समय में पानीपत के ब्लॉक बापौली,पलवल के ब्लॉक हसनपुर,हथीन,होडल, पलवल,मेवात के ब्लॉक फिरोजपुर झिरका,नगीना, नूह, पुन्हाना, तावड़ू, फतेहाबाद के ब्लॉक भट्टूकलां, भूना, फतेहाबाद, रतिया, टोहाना, मोहिंद्रगढ़ के ब्लॉक नंगल चौधरी, कैथल के ब्लॉक कैथल,कलायत,राजौंद, जींद के ब्लॉक अलेवा,नरवाना,उचाना,हिसार के ब्लॉक अग्रोहा,बरवाला, हांसी1, हिसार 2,नारनौंद, उकलाना, भिवानी के ब्लॉक तोशाम, सिवानी, सिरसा के ब्लॉक बड़ागुढ़ा, डबवाली,ऐलनाबाद, नाथूसरी चोपटा,ओढ़ां,रानिया के बच्चों को साक्षर करने के लिए शिक्षा विभाग 7 सालों से प्रयासरत है परंतु ब्लॉक्स की गैर शैक्षणिकता दूर नहीं हो सकी है।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है शैक्षणिक तौर पर पिछड़े ब्लॉक्स के  लोगों को पढ़ाई के प्रति जागरूक करने के लिए कई तरीके के विज्ञापन दिए गए, विभिन्न तरह के उत्सवों और कार्यक्रमों में लोगों को साक्षरता के संदेश भी दिए,कई किस्म की वर्कशॉप भी आयोजित की गई लेकिन ब्लॉक का पिछड़ापन दूर नहीं हो सका और वे लोग आज भी विद्या को अपना दुश्मन ही मानते हैं।
 

Deepak Paul