खिलाड़ी के पैर में लगी चोट, शिक्षा विभाग की मैडीकल टीम खोजती रही एम्बुलैंस

12/27/2019 12:57:16 PM

रोहतक(दीपक): 65वीं नैशनल हैंडबाल प्रतियोगिता में देशभर से आए करीब 900 खिलाडिय़ों के लिए एम्बुलैंस का टोटा दिखाई दिया। प्रतियोगिता के शुभारम्भ अवसर पर ही जब एक खिलाड़ी को चोट लगी तो शिक्षा विभाग की मैडीकल टीम को न तो कोई डाक्टर मिला और न ही कोई एम्बुलैंस। बार-बार सिविल सर्जन को फोन पर शिकायत करने के बाद भी राजीव गांधी खेल मैदान व एम.डी.एन. स्कूल में एम्बुलैंस नजर नहीं आई, जिसके कारण खिलाड़ी को गाड़ी में उपचार के लिए अस्पताल लेकर जाया गया। 

ज्ञात रहे कि 65वीं नैशनल हैंडबाल स्कूली अंडर-17 प्रतियोगिता का आयोजन राजीव गांधी खेल मैदान व एम.डी.एन. स्कूल में किया जा रहा है, जहां देशभर से आई लड़के-लड़कियों की टीम अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है। शिक्षा विभाग की तरफ से खेल के दौरान खिलाडिय़ों को चोट आदि लगने पर उनका उपचार करवाने के लिए मैडीकल टीम का गठन किया हुआ है, जो हल्की-फुल्की चोट के लिए तो फस्र्ट-एड दे सकते हैं लेकिन बड़ी चोट के लिए उन्हें अस्पताल या एम्बुलैंस में प्राथमिक उपचार देने का प्रबंध करना होता है। बता दें कि खिलाडिय़ों की सुरक्षा की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग के ऊपर है। 

एम्बुलैंस के लिए सिविल सर्जन को भेजा था पत्र 
खेल के दौरान दोनों जगह एम्बुलैंस तैनात करने के लिए सिविल सर्जन को पहले ही पत्र भेजा जा चुका था लेकिन खेल के दौरान मैदान पर एम्बुलैंस नजर नहीं आई। खेल के दौरान एक खिलाड़ी के पैर में चोट आई तो उसे पी.जी.आई. लेकर जाना था, लेकिन एम्बुलैंस नहीं मिली। शिक्षा विभाग की मैडीकल टीम के कंवीनर सुरेंद्र बुधवार ने राजीव गांधी खेल स्टेडियम में बने चारों मैदान का निरीक्षण किया लेकिन कहीं भी एम्बुलैंस नजर नहीं आई। इसके बारे में सिविल सर्जन से फोन पर बात की तो जवाब मिला कि एम्बुलैंस मैदान में ही है। एम्बुलैंस न मिलने के कारण आखिर में खिलाड़ी को प्राइवेट वाहन में अस्पताल लेकर जाया गया। 

परमेश्वरी हुड्डा, जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि नैशनल हैंडबाल स्कूली प्रतियोगिता के दौरान खिलाडिय़ों को एम्बुलैंस न मिलने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। इसके बारे में मैडीकल टीम के कंवीनर से बात की जाएगी। साथ ही सिविल सर्जन से भी इस बारे में बात की जाएगी।   

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vinod kumar