कांग्रेस की ओर टकटकी लगाकर देख रहे इनेलो कार्यकर्ता, पार्टी में नहीं बचा कुछ : दिग्विजय चौटाला

1/30/2023 8:54:49 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजयसिंह चौटाला ने एक्सक्लुसिव बातचीत में कहा है कि चौधरी देवीलाल ने जब से कांग्रेस छोड़ी थी तब से उनकी और आगे उनकी पार्टी और परिवार की राजनीति हमेशा कांग्रेस के खिलाफ रही। खुद ओमप्रकाश चौटाला तो कहते रहे हैं कि उन्हें सिर्फ एक ही एलर्जी है और वो कांग्रेस से है। आज अगर इनेलो के कर्ताधर्ता कांग्रेस की ओर टकटकी लगाकर देख रहे हैं तो ये स्पष्ट है कि उनकी पार्टी में कोई गुंजाइश नहीं बची है। कांग्रेस से किसी भी तरह के तालमेल की बात सोचना जननायक चौधरी देवीलाल की विचारधारा और उनके संघर्ष के खिलाफ बात है। मैं हैरान हूं कि इनेलो के लोग ऐसा सोच भी कैसे सकते हैं। बाकी अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने वाले फैसले तो 4-5 साल से इनेलो वाले ले ही रहे हैं, क्या पता ये फैसला भी ले लें।

 

प्रस्तुत है एक्सक्ल्युसिव बातचीत के प्रमुख अंश :

 

सवाल – प्रदेश के युवाओं के रोजगार के लिए राज्य सरकार क्या बड़े कदम उठा रही है ?

जवाब – आज हरियाणा में बड़े-बड़े उद्योग स्थापित करने के लिए बड़ी कंपनियां निवेश कर रही है। खरखौदा में मारुति अपना बड़ा प्लांट लगा रही है। मेवात में इलेक्ट्रिक बैटरी का प्लांट लगाया जा रहा है। मानेसर को आईटी हब, हिसार को एविएशन हब और नांगल चौधरी को लॉजिस्टक हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह सभी प्रोजेक्ट्स न केवल प्रदेश की तकदीर और तस्वीर बदलेंगे बल्कि स्थानीय युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवाएंगे। 

 

सवाल – पिछले तीन सालों में गठबंधन सरकार ने क्या बड़े निर्णय लिए, जिनका लाभ प्रदेशवासियों को मिला ?

जवाब – हमारी सरकार का हर फैसला जनहित में लिया जाता है। सरकार का प्रयास रहता है कि उनकी नीतियों और फैसलों का फायदा जनता को मिले। जैसे, पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया और इससे 50 प्रतिशत माताओं-बहनों को पंचायतों में प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। इस फैसले की सभी ने सराहना की। इसी तरह प्रदेश के युवाओं के रोजगार के लिए 75 प्रतिशत रोजगार कानून बनाना ऐतिहासिक है।  

 

सवाल – आपके प्रमुख वादों में 5100 रुपए बुढ़ापा है, ये वादा कब पूरा होगा ?

जवाब – हम बुजुर्गों के सम्मान में 5100 रुपए बुढ़ापा पेंशन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और यह वादा जरूर पूरा करेंगे। इस वर्ष में पेंशन बढ़ाकर दी जाएगी और चुनाव से पहले-पहले 5100 रुपए बुढ़ापा करवाने का पूरा प्रयास रहेगा। 

 

सवाल – हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में जेजेपी का प्रदर्शन कैसा रहा ?

जवाब -  पंचायत चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा है। जेजेपी के करीब 114 पार्षद बने है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, जींद, कैथल जिला परिषद में हमारे चेयरमैन बने है। पंचायत चुनाव परिणाम ने यह साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्र में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और जेजेपी पर विश्वास और बढ़ा है।

 

सवाल- आगामी गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद नगर निगम चुनाव को लेकर जेजेपी की क्या तैयारियां है ?

जवाब – इन तीनों चुनाव के लिए जेजेपी पूरी तरह तैयार है। काफी समय से पार्टी की तैयारियां चल रही है। संभावित उम्मीदवारों की सूची पर काम किया गया है और बहुत जल्द हमारी पार्टी के चुनाव प्रभारी भी फील्ड में नजर आएंगे।   

 

सवाल – आगामी वर्ष 2024 में होने वाले विधानसभा और लोकसभा के चुनाव के लिए पार्टी की क्या तैयारियां है ?

जवाब – जेजेपी ने अपने पांचवें स्थापना दिवस के अवसर पर 9 दिसंबर, 2022 को भिवानी में बड़ी रैली करके चुनावी शंखनाद कर दिया है। पार्टी ने पिछले चुनाव में जीती सीटों, जीत के नजदीक पहुंची सीटों और जहां अब पार्टी को और मजबूती मिली है, उन्हें चिन्हित कर लिया गया है। इसके मद्देनजर पार्टी आगामी चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है। 

 

सवाल – कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का प्रदेश में क्या असर पड़ेगा ?

जवाब - राहुल गांधी जितना बोलेंगे, कांग्रेस को उतना ही नुकसान होगा। राहुल गांधी ने यह यात्रा जनता की आवाज सुनने के उद्देश्य से शुरू की थी, लेकिन जब राहुल गांधी ने अपने विचार जनता के समक्ष रखे तो जनता ने यह माना कि राहुल गांधी में अभी भी परिपक्वता की कमी है। राहुल गांधी अभी तक जनता की भावनाओं को नहीं समझ पाए है। हरियाणा में कांग्रेस धरातल पर काम न करने, आपसी गुटबाजी जैसी कई वजहों से शून्य है इसलिए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा यात्रा के शो का प्रदेश में कोई असर नहीं पड़ेगा।

 

सवाल – आजकल इनेलो और कांग्रेस में नजदीकियां काफी बढ़ रही है, यहां तक की गठबंधन के भी कयास लगाए जा रहे है। इसपर आपकी क्या राय है ?

जवाब – देखिए, ये फैसला तो इन दोनों पार्टियों को लेना है, लेकिन मैं कहूंगा कि कांग्रेस और इनेलो का कोई भी वैचारिक मेल नहीं है। जिस कांग्रेस पार्टी और भूपेंद्र हुड्डा ने चौटाला साहब और अजय सिंह चौटाला जी को षड्यंत्र के तहत जेल भिजवाया था, अगर अभय चौटाला उन्हीं से हाथ मिलाते हैं तो जनता के बीच किस मुंह से जायेंगे ? चौधरी देवीलाल जी ने जब से कांग्रेस छोड़ी थी तब से उनकी और आगे उनकी पार्टी और परिवार की राजनीति हमेशा कांग्रेस के खिलाफ रही। खुद ओमप्रकाश चौटाला जी तो कहते रहे हैं कि उन्हें सिर्फ एक ही एलर्जी है और वो कांग्रेस से है। आज अगर इनेलो के कर्ताधर्ता कांग्रेस की ओर टकटकी लगाकर देख रहे हैं तो ये स्पष्ट है कि उनकी पार्टी में कोई गुंजाइश नहीं बची है। कांग्रेस से किसी भी तरह के तालमेल की बात सोचना जननायक चौधरी देवीलाल की विचारधारा और उनके संघर्ष के खिलाफ बात है। मैं हैरान हूं कि इनेलो के लोग ऐसा सोच भी कैसे सकते हैं। बाकी अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने वाले फैसले तो 4-5 साल से इनेलो वाले ले ही रहे हैं, क्या पता ये फैसला भी ले लें।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan