कांग्रेस दिग्गजों के गढ़ में सियासी ताकत दिखाएंगी इनैलो व जजपा

8/27/2019 10:41:37 AM

डेस्कः पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्व. चौ. देवी लाल की जयंती पर 25 सितम्बर को इनैलो एवं जजपा द्वारा अलग-अलग रैलियों की घोषणा किए जाने के बाद जहां देवी लाल परिवार में समझौते की संभावनाओं पर विराम लग गया है वहीं चौ. देवी लाल परिवार में यह पहला मौका है जब दो अलग-अलग सियासी दलों के बैनर तले देवी लाल के जन्मदिवस पर अलग-अलग जगह रैलियां होंगी। दिलचस्प बात यह है कि इनैलो एवं जजपा दोनों ही दलों ने कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले इलाकों में रैलियां रखी हैं

इनैलो की ओर से कैथल जबकि जजपा द्वारा महम में रैली की जाएगी। इनैलो की रैली में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के अलावा कुछ बड़े नेताओं के शिरकत करने की संभावना है। महम स्व. चौ. देवी लाल की सियासी कर्मभूमि रही है। वह 1982, 1985 एवं 1987 में यहां से विधायक बने। साल 1990 में महम कांड हुआ था। उसके बाद से यहां पर कांग्रेस ही हावी रही है और वर्तमान में यहां से कांग्रेस के आनंद सिंह डांगी विधायक हैं। वहीं महम विधानसभा क्षेत्र रोहतक संसदीय सीट का हिस्सा है और इसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है।

कैथल में सुर्जेवाला का है दबदबा
इनैलो की ओर से 25 सितम्बर को कैथल में रैली रखी गई है। कैथल कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुर्जेवाला का निर्वाचन क्षेत्र है। वह यहां से साल 2009 एवं 2014 में विधायक बने थे। साल 2005 में रणदीप के पिता शमशेर सुर्जेवाला कैथल से विधायक रहे। ऐसे में इनैलो एवं जजपा दोनों ही कांग्रेस के अहम गढ़ माने जाने वाले इलाकों में 25 सितम्बर को रैलियों के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन करने के प्रयास में हैं।

रैली पर ही राहें हुई थीं अलग
इनैलों में बिखराव की नींव स्व. चौ. देवी लाल के जन्मदिवस पर 7 अक्तूबर, 2018 को गोहाना में हुई रैली में पड़ी थी। इस रैली में भीड़ की हूटिंग पर इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला खफा हुए। इसके बाद चौटाला ने पहले दुष्यंत व दिग्विजय और बाद में अजय सिंह चौटाला को पार्टी से निष्कासित कर दिया। 9 दिसम्बर को दुष्यंत चौटाला ने जींद में रैली कर अपने नए दल जननायक जनता पार्टी का गठन कर लिया। जजपा ने जींद का उपचुनाव आप के साथ मिलकर लड़ा और अभी हाल में संसदीय चुनाव भी दोनों दलों ने गठबंधन कर लड़ा। अब जजपा का बसपा के साथ गठबंधन है।

Isha