मासूम वंश को है दुर्लभ बीमारी, करोड़ों में है इंजेक्शन की कीमत, परिवार को सरकार से आस

punjabkesari.in Friday, Apr 02, 2021 - 06:23 PM (IST)

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): हरियाणा के यमुनानगर के गांव तेजली निवासी 12 वर्षीय वंश पिछले 9 सालों से एक ऐसी दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है, जिस कारण वह दैनिक कार्य भी नहीं कर पाता। दिखने में तो वंश एकदम चुस्त-दुरुस्त है, लेकिन उसे जो दुर्लभ बीमारी है उसका नाम है मस्कुलर डिस्ट्रॉफी। इस बीमारी में मरीज के शरीर के अंग जैसे हाथ-पैर सही ढंग से काम नहीं कर पाते। वंश की इस पीड़ा को देख उसके माता-पिता भी चिंतित रहते हैं।

ऐसा नहीं है कि इस बीमारी का इलाज नहीं है। इलाज है लेकिन अपने भारत देश में नहीं बल्कि विदेश में है। डॉक्टरों ने बताया कि वंश की बीमारी को ठीक करने वाला इंजेक्शन भारत में उपलब्ध नहीं है और इसे विदेश से मंगाना पड़ता है, जिसकी कीमत 16 करोड़ रूपये बताई जाती है।

PunjabKesari, Haryana

ऐसे में इलाज सामने दिखने पर भी उसके लिए सामथ्र्य न जुटा पाने से परिजन लाचारी से ग्रस्त हो रहे हैं। उन्होंने कई एनजीओ व सामाजिक संगठनों से भी संपर्क साधा लेकिन कोई बात नहीं बनी। जगह जगह से छोटे-मोटे इलाज करवा कर थक चुके वंश के परिजनों को अब सरकार से आस है कि वंश की बीमारी को ठीक करने के लिए वह मदद करें।

इस बारे में जिला सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया का कहना है कि यह बीमारी भारत में लाइलाज है। दवाइयों से इस बीमारी का कोई फर्क नहीं पड़ता। इसका इलाज विदेशों में है लेकिन वह बहुत महंगा है। वंश को इस हालत में देख कर उसके परिजन परेशान हैं। लेकिन इलाज के लिए उनके पास इतनी राशि नहीं है। अपना सब कुछ बेच कर भी रहे इतनी राशि नहीं जुटा सकते, इसलिए उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है।
 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Related News

static