जांच रिपोर्ट में छेड़छाड़ का आरोप, 3 ACP व एक SHO के खिलाफ केस दर्ज(Video)

5/24/2018 12:10:31 PM

गुडग़ांव (सतीश): गुरुग्राम पुलिस के 3 ए.सी.पी. औऱ एक एस.एच.ओ. के खिलाफ कोर्ट के मार्फत सैक्टर-56 में दर्ज किया गया, जिसमें शिकायतकत्र्ता के बेटे-बेटी और बहु के अलावा एक डॉक्टर और कुल 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।जानकारी के अनुसार 2011 में सुमन विर्क का अपने पति से डिवोर्स हुआ औऱ उसके बाद उसके बेटे परविंद्र विर्क ने अपने साथ मां को रख लिया और उसके बाद मां के पास जो 75 लाख रुपए जमा थे वो भी फ्लैट लेने के नाम पर ले लिए और उसके बाद फ्लैैट भी मां की नहीं बल्कि अपनी पत्नी के नाम करवा लिया। सुमन विर्क ने इसका विरोध किया तो 20 अक्तूबर को2012 को उसे कुछ नशीला पदार्थ खिला दिया, जिसके बाद सुमन को दिल्ली के अंधेरिया मोड़ स्थित तुलसी होम में भर्ती करवा दिया। वहां भी सुमन को पागल करार देकर भर्ती किया गया। 

यही नहीं वो विरोध करती तो उसे इंजेक्शन दे दिए जाते जिसके बाद वो अपनी सुध खो देती। वहीं इसके बाद किसी तरह 110 दिनों के बाद सुमन इस अस्पताल से निकल आई और इस पूरे मामले की जानकारी गुरुग्राम पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच की औऱ जांच आई.ओ. बाबूलाल को सौंपी गई। इस मामले की प्राथमिक जांच आई.ओ. बाबूलाल ने की। वहीं जो जांच रिपोर्ट बाबू लाल आई.ओ. सैक्टर-56 ने तैयार की थी उस रिपोर्ट को बदलवाने के लिए डॉक्टर गौरव गुप्ता, 

जिसके अस्पताल में सुमन को रखा गया था, ने दबाव बनाया और पीड़िता की शिकायत के अनुसार उसी से मिलकर गुुरुग्राम पुलिस के 3 ए.सी.पी. और एक एस.एच.ओ. ने सुमन विर्क के मामले को आपराधिक श्रेणी से हटा कर उसे सामान्य घरेलू श्रेणी का घोषित कर दिया। इसके बाद सुमन ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उसमें साफ हुआ कि सुमन विर्क मामले में जांच रिपोर्ट और दस्तावेजों के साथ छेड़छाड की गई है जिसके बाद कोर्ट ने 3 ए.सी.पी. एक एस.एच.ओ. व सुमन के बेटे बेटी समेत डॉक्टर गौरव गुप्ता के साथ 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए।

Deepak Paul