इंस्पायर अवार्ड मानक : प्रदेशभर में सिरसा का आइडिया अव्वल

12/3/2019 1:07:24 PM

सिरसा (हरभजन): युवा सोच को नई उड़ान देने के उद्देश्यार्थ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से शुरू किए इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत विद्याॢथयों द्वारा ऑनलाइन दिए गए सुझावों व आइडिया को लेकर प्रदेशभर में 888 विद्याॢथयों का चयन किया गया है जिसमें सिरसा जिला सबसे टॉप रहा है। राष्ट्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग ने सिरसा जिले के 57 स्कूलों से 115 विद्याॢथयों के आइडिया को बेहतर मानते हुए मॉडल प्रस्तुतिकरण के लिए चयनित किया है।

हिसार जिले के 103 विद्याॢथयों के आइडिया, जबकि रोहतक जिले के 86 विद्याॢथयों के सुझाव रचनात्मक दृष्टिकोण की कसौटी पर खरे उतरे। खास बात यह भी है कि इन चयनित बच्चों को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से 10-10 हजार की रुपए की राशि प्रदान की जाएगी जिसकी मदद से विद्यार्थी अपने आइडिया को मॉडल का रूप दे पाएंगे। यह राशि सीधी विद्याॢथयों के बैंक खाते में पहुंचेगी। यह चयनित विद्यार्थी अपने आइडिया के अनुरूप मॉडल तैयार कर जिला स्तरीय प्रदर्शनी में भाग लेंगे। सिरसा जिलेभर से 379 विद्याॢथयों की ओर से अपने सुझाव एवं विचार भेजे गए थे, जिनमें से 115 छात्रों के बेहतर विचारों का चयन किया गया।

बता दें कि वर्ष 2009-10 में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने इंस्पायर पुरस्कार योजना की शुरूआत की थी, जबकि वर्तमान में इंस्पायर अवाडर््स मानक का आयोजन राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान भारत के सहयोग से किया जा रहा है। इंस्पायर अवार्ड मानक के लिए सभी मान्यता प्राप्त सरकारी अथवा निजी/सहायता प्राप्त/गैर सहायता प्राप्त स्कूलों के कक्षा 6 से 10 वीं कक्षा तक के विज्ञान में रुचि रखने वाले विद्याॢथयों जिनकी उम्र 10 से 15 वर्ष के बीच है, के मौलिक विचारों और नवप्रवर्तनों को आमंत्रित किया जाता है। इंस्पायर अवाडर््स मानक का मुख्य उद्देश्य प्रतिभाशाली विद्याॢथयों के नए-नए आइडियाज से नए अविष्कार करने की दिशा में कदम बढ़ाना है।

सिरसा से इतनी बड़ी संख्या में विद्याॢथयों के विचारों का चयन होने से जिलेभर के स्कूलों में खुशी का माहौल है। वर्ष 2016-17 में सिरसा जिले के सातों ब्लॉकों से कुल 18 विद्यार्थी के सुझावों को इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत चयनित किया था। 2017-18 में जिलेभर से मात्र 15 बच्चे ही चयनित हो पाए थे। वर्ष 2018-19 में अवार्ड पाने वाले विद्याॢथयों की संख्या बढ़कर 64 हो गई। जबकि वर्ष 2019-20 में विद्याॢथयों की संख्या बढ़कर 115 तक पहुंच गई। 

Isha