आरोपियों से पूछताछ के बजाय सिर्फ स्टॉक जांच कर शराब घोटाले की रिपोर्ट सौपेंगी एस.ई.टी!

5/20/2020 1:01:37 PM

चड़ीगढ़ (अविनाश पाड़ेय) : हरियाणा के बहुचर्चित शराब घोटाले में सफेदपोशों और बड़े अफसरों की मिलीभगत का खुलास करने का दावा करने वाली स्पैशल इंक्वायरी टीम (एस.ई.टी.) के जांच की आंच अब शायद कागजों तक ही सिमट कर रह जाएगी। सरकार की ओर से एस.ई.टी. को लेकर जो नोटिफिकेशन जारी की गई है उसमें एस.ई.टी. को किसी भी आरोपी से पूछताछ करने का भी अधिकार नहीं दिया गया है।

एस.ई.टी. सिर्फ शराब गोदामों की रिकॉर्ड जांच कर गायब शराब की बोतलों का हिसाब ही सरकार को दे पाएगी। यही वजह है कि खरखौदा शराब घोटाले के किंगपिन भूपेंद्र से भी एस.ई.टी.पूछताछ नहीं कर सकी औऱ अब उसे पुलिस रिमांड के बाद जेल भेजा जा चुका है। सूत्रों की माने तो यदि एस.ई.टी. भूपेंद्र से सवाल जबाव करती तो कई बड़े अफसरों व नेताओं के नामों का खुलासा हो सकता था पर एस.ई.टी. किसी भी आरोपी को नोटिस देकर पूछताछ के लिए नहीं बुला पाएगी।

हालांकि सरकार की ओर से एस.ई.टी. जांच को लेकर बडे़-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन असल में पावर नहीं मिलने के कारण जांच टीम सिर्फ दस्तावेजों को ही खंगालने में जुटी हुई है। एस.ई.टी.को 31 मई को अपनी रिपोर्ट देनी है। मसलन अब पूरी तरह से पुलिस की एस.आई.टी. पर ही घोटाले में संलिप्त आरोपियों को सलाखों तक पहुंचाने का दारोमदार रह गया है। वैसे तो जांच टीम बनाने से पहले गृह मंत्री अनिल विज की ओर से सरकार को एस.आई.टी. बनाने का आग्रह किया गया था लेकिन बाद में नोटिफिकेशन एस.ई.टी.का जारी कर दिया गया था। 

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Manisha rana