पहली से आठवीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए जारी निर्देश, दूसरे स्कूलों के अध्यापक बनेंगे पर्यवेक्षक

3/13/2020 12:56:33 PM

गुडग़ांव (प्रवीन) : 17 मार्च से शुरू होने वाली पहली से आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं को लेकर शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी किये हैं। जिसके तहत सुबह 9 बजे परीक्षाएं शुरू होंगी और पहली व दूसरी कक्षा में 90 मिनट का पेपर होगा, वहीं तीसरी से आठवीं कक्षा में 180 मिनट का पेपर होगा। परीक्षा के दिन ही उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी किया जाएगा, ताकि परीक्षा परिणाम 31 मार्च तक जारी किया जा सके।

शिक्षा निदेशालय ने परीक्षाओं के आयोजन के दौरान पर्यवेक्षक का कार्य और मूल्यांकन अन्य स्कूलों के अध्यापकों को सौंपने के आदेश भी दिये हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद गुडग़ांव (एससीईआरटी) की ओर से हरियाणा के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों (डीईईओ) को पत्र भेजकर पहली से आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं के दौरान ड्यूटी लगाने संबंधित दिशा-निर्देश दिये हैं, जिनका अनुसरण करके ही परीक्षाओं में अध्यापकों की ड्यूटी लगाई जानी है। विभागीय आदेशों के अनुसार किसी भी अध्यापक की ड्यूटी वर्तमान स्कूल से 20 किलोमीटर दायरे से बाहर न लगायी जाये। 

छठी से आठवीं कक्षा की परीक्षा में अध्यापकों की ड्यूटी संबंधित विषयों को ध्यान में रखकर ही लगाने के निर्देश दिये गए हैं, ताकि मूल्यांकन के दौरान परेशानी न हो, क्योंकि उसी दिन उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है। पहली से पांचवीं कक्षा की परीक्षा के दौरान 1 से 60 बच्चों पर 2 पर्यवेक्षक, 61 से 90 बच्चों पर 3 पर्यवेक्षक, 91 से 120 बच्चों पर 4 पर्यवेक्षक, 121 से 200 बच्चों पर 5 पर्यवेक्षक और 200 से ज्यादा बच्चों की स्थिति में हर 40 बच्चों पर 1 अतिरिक्त पर्यवेक्षक नियुक्त करने के निर्देश दिये गए हैं।

वहीं छठी से आठवीं कक्षा की परीक्षा में 1 से 90 बच्चों पर 3 पर्यवेक्षक, 91 से 120 बच्चों पर 4 पर्यवेक्षक और 121 से 200 बच्चों पर 5 पर्यवेक्षक नियुक्त करने निर्देश दिये गए हैं। तीसरी से आठवीं कक्षा की परीक्षा के प्रश्रपत्र हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से जिला स्तर पर ही उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं पहली व दूसरी कक्षा की परीक्षाओं हेतु प्रश्नपत्र जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय द्वारा ही प्रिंट कराए जाएंगे, जिनकी साफ्ट कॉपी एससीईआरटी द्वारा ईमेल पर भेजी जा चुकी है।  

Isha