हरियाणा की बेटी ने बढ़ाया मान, बनी युद्ध सेवा मैडल मिलने वाली पहली महिला सेना अधिकारी

punjabkesari.in Friday, Aug 23, 2019 - 11:15 AM (IST)

अम्बाला छावनी: पाकिस्तान के बालाकोट पर हवाई हमला करने वाले जांबाज पायलटों की श्रेणी में अम्बाला की बेटी मिंटी अग्रवाल ने अहम भूमिका निभाई। फाइटर कंट्रोलर की भूमिका अदा करते हुए मिंटी अग्रवाल ने कुशलतापूर्वक बालाकोट मिशन को पूरा करने में सहयोग दिया। पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मिसाइल से मार गिराने वाले विंग कमांडर को अम्बाला की बेटी मिंटी अग्रवाल ही कंट्रोल और सूचना दे रही थी। भारत सरकार ने मिंटी अग्रवाल के साहस, जोश व जज्बे को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें युद्ध सेवा मैडल से सम्मानित किया।

अम्बाला की बेटी मिंटी अग्रवाल देश की ऐसी पहली महिला सेना अधिकारी बन गई हैं, जिन्हें युद्ध सेवा मैडल से सम्मानित किया गया है। इस सम्मान को हासिल करना सेना में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी व अधिकारी का सपना होता है। अम्बाला में 12 अक्तूबर 1987 को जन्मी मिंटी अग्रवाल ने वीरता व साहस के दम पर पूरे देश में एक अलग पहचान बनाई है।युद्ध सेवा मैडल से सम्मानित होने वाली इंडियन एयरफोर्स की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने बताया कि 26 फरवरी को बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद सूचना थी कि वो भी हमला कर सकते हैं और उनके जहाज आए भी थे। लेकिन हमारे पास रक्षा के लिए कुछ विमान पहले से ही तैयार रखे थे और फिर जब पाकिस्तान की तरफ से कार्रवाई की गई तो उन्होंने इन विमानों को भी मुकाबले के लिए उतार दिया।

पाकिस्तानी लड़ाकू विमान हमले के इरादे से आए थे लेकिन हमारे पायलटों, नियंत्रकों और टीम की कुशलता के चलते उनका मिशन विफल कर दिया। स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने बताया कि उनके राडार पाक का एफ-16 विमान जैसे ही दिखा, तभी विंग कमांडर अभिनंदन को उसे लॉक करने के निर्देश दे दिए। एफ -16 की कमान विंग कमांडर अभिनंदन के हाथ में थी। यह एक बहुत ही नाजुक स्थिति थी, जिसे कुशलतापूर्वक धैर्य से लड़ते हुए डटकर मुकाबला किया और उसे मार गिराया। 


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Isha

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