बीमा कम्पनियों को मालामाल करने में जुटी सरकार, फसल इंश्योरैंस महंगा

7/11/2017 10:38:46 AM

चंडीगढ़ (सनमीत):प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना के तहत सरकार ने बीमा कंपनियों को लाभ देने के लिए फसल इंश्योरैंस प्रीमियम में बढ़ौतरी कर दी है। लोनी किसान बीमा कंपनियों को पिछले साल की तुलना में खरीफ सीजन की फसलों के 120 रुपए से लेकर 430 रुपए तक प्रति हैक्टेयर ज्यादा प्रीमियम अदा करेंगे, चाहे उन्हें मुआवजा मिले या न। इसी प्रकार से रबी सीजन में गेहूं के 82.5 रुपए, बाजरा 127.5 रुपए, मस्टड 128 रुपए, ग्राम 15 रुपए अधिक प्रति हैक्टेयर किसानों के खाते से बैंक ज्यादा पैसा काटेंगे। 

फतेहाबाद जिले में लोनी किसानों के खाते से कॉटन और धान के पिछले साल की तुलना में 430 रुपए प्रति हैक्टेयर अधिक काटे जाएंगे। कृषि विभाग की ओर से 13 जून 2017 को जारी नई नोटिफिकेशन में तीन कलस्टरों में प्रीमियम के रेट बढ़ा दिए गए है, साथ ही बजाज एलायंस जनरल इंश्योरैंस कंपनी और आई.सी.आई.सी.आई. लोबार्ड जनरल इंश्योरैंस कंपनी को मिलने वाले कुल प्रीमियम में चार गुणा तक वृद्धि कर दी है। कृषि विभाग ने यदि किसी जिले में कंपनी का कुल प्रीमियम कम किया है तो उसमें खुद का शेयर (सबसिडी) कम या खत्म कर दी है, लेकिन किसानों से पिछले साल की तुलना में ज्यादा प्रीमियम ही वसूला जाएगा। फरीदाबाद और कैथल जिले में सरकार ने प्राइवेट बीमा कंपनियों के कुल प्रीमियम में चार गुणा तक बढ़ौतरी कर दी है। 

सिरसा में कॉटन पर किसानों से पिछले साल से 180 रुपए अधिक, धान पर 297.5 रुपए, बाजरा पर किसानों से 120 रुपए, मक्का का 120 रुपए अधिक प्रति हैक्टेयर प्रीमियम वसूला जाएगा। रबी सीजन में गेहूं का 82.5 रुपए, जौ 127.5, सरसों 128 रुपए, चना 15 रुपए अधिक प्रति हैक्टेयर किसानों के खाते से काटे जाएंगे। भिवानी में कॉटन का 180 रुपए, धान का 120 रुपए, बाजरा का 120, मक्का का 220 रुपए, गेहंू का 82 रुपए, जौ का 127.5 रुपए, सरसों के 128 रुपए प्रति हैक्टेयर अधिक वसूले जाएंगे। हालांकि राज्य सरकार ने सम इंश्योरड (मुआवजा राशि) प्रति हैक्टेयर में वृद्धि की है, लेकिन इसका फायदा उसी स्थिति में होगा, यदि लोनी किसान मुआवजे का हकदार होगा। राज्य सरकार ने पिछले साल बीमा कंपनियों के लिए करीब 300 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा था।