अंतर्राष्ट्रीय कोच के प्रयासों व महिला पहलवानों की मेहनत ने रेलवे को दी नई पहचान

12/7/2018 11:02:28 AM

सोनीपत(मनीष): एक समय था जब रेलवे में महिलाएं नौकरी करने से कतराती थीं लेकिन रेखा यादव व कुलदीप मलिक के प्रयासों ने न सिर्फ रेलवे के प्रति महिलाओं में जान फूंकने का कार्य किया बल्कि महिला पहलवानों को रेलवे से जोड़कर लगातार बेहतर प्रदर्शन करवाकर भारतीय रेलवे को विश्व में एक नई पहचान दी है, जिसका उदाहरण ओलिम्पिक में साक्षी मलिक का कांस्य पदक जीतना व एशियाड खेल में विनेश फौगाट का स्वर्ण जीतना आदि शामिल हैं।

बता दें कि पूर्व में रेलमंत्री व वर्तमान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए लेडीज स्पैशल टे्रन का परिचालन किया गया था, उस समय भारतीय रेलवे में महिला खिलाड़ी के तौर पर गिनी-चुनी ही हुआ करती थी। महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड की महासचिव रेखा यादव व भीम अवार्डी कुलदीप मलिक ने रेलमंत्री से गुहार लगाई थी कि रेलवे में महिला खिलाडिय़ों को लाया जाए, जिसे ममता बनर्जी मंजूरी दे दी और करीबन 16 महिला पहलवानों की एक साथ टीम बनाई गई। जिन्होंने न सिर्फ राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीते बल्कि ओलिम्पिक तक भारतीय रेलवे की छाप छोड़ी।

बात करें हाल ही में अयोध्या की नंदीनी नगरी में हुई 21वीं महिला कुश्ती चैम्पियनशिप की तो इसमें रेलवे की महिला टीम ने 10 पदक जीतकर देश ही नई बल्कि विश्व में भारतीय रेलवे का नाम रोशन किया है। भारतीय महिला चीफ कोच व भीम अवार्डी के प्रयासों को देखते हुए रेलमंत्री पीयुष गोयल ने न सिर्फ कुलदीप मलिक का प्रमोशन किया बल्कि भविष्य में खिलाडिय़ों को आगे ले जाने के लिए हर प्रयास पर मोहर लगाई।

अंतर्राष्ट्रीय महिला पहलवानों ने जताई खुशी अंतर्राष्ट्रीय कोच एवं भीम अवार्डी कुलदीप मलिक के प्रयासों व उनकी काबिलियत को देखते हुए रेलमंत्री पीयुष गोयल ने कुलदीप मलिक को असिस्टैंट कमॢशयल मैनेजर के पद पर नियुक्त किया है, जिसके चलते महिला पहलवानों में भी खुशी का माहौल है। साक्षी मलिक, विनेश फौगाट, सरिता मोर, रितु मलिक, किरन, सीमा, नवजौत कौर, पूजा, कविता व पिंकी आदि अंतर्राष्ट्रीय महिला पहलवानों ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके कोच कुलदीप मलिक ने उन्हें आगे ले जाने के लिए दिन-रात मेहनत की है, वे भी उनकी मेहनत को बेकार नहीं जाने देंगे और टोक्यो ओलिम्पिक-2020 में जगह बनाकर पदक जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

Deepak Paul