पवित्र ग्रंथ गीता की महाआरती व महापूजन से हुआ अतंर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 का आगाज, जगदीप धनखड़ व मनोहर लाल ने की शिरकत

12/18/2023 11:01:49 AM

कुरुक्षेत्र : पवित्र ग्रंथ गीता की महाआरती व महापूजन तथा गीता के श्लोकों के उच्चारण के बीच कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 का आगाज हो चुका है। इस आगाज के साथ ही ब्रहमसरोवर के चारों तरफ पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति जयदीप धनखड़ मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने पवित्र ग्रंथ गीता की महाआरती व महापूजन कर विधिवत रुप से 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 काशुभारम्भ किया। इस दौरान आकाश में छोड़े गए रंग-बिरंगे हिंडोले मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व उनकी धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ का धर्मक्षेत्र- कुरुक्षेत्र में पहुंचने पर सबसे पहले कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हैलीपेडपर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद नायब सिंह सैनी, राज्यमंत्री संदीप सिंह, विधायक सुभाष सधा, उपायुक्त शांतनु शर्मा, कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने स्वागत किया। इसके उपरांत रविवार को ब्रहमसरोवर के पुरुषोतमपुरा बाग में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का जैसे ही आगमन हुआ, उसी समय मंत्रोच्चारण के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, असम के मुख्य सचिव पवन कुमार बोरठाकुर, असम के सांस्कृतिक एवं कॉमर्स मंत्री बिमला बोरहा, राज्यमंत्री संदीप सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के नोडल अधिकारी एवं के. डी. बी. सदस्य सचिव विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह, आयुक्त अंबाला मंडल रेणू फुलिया, उपायुक्त शांतनु शर्मा, जिला परिषद की चेयरमैन कंवलजीत कौर ने परम्परा अनुसार स्वागत किया। यहां पर देश के विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की वेशभूषा  में सुसज्जित होकर अपने-अपने प्रदेश की परंपरा अनुसार सभी मेहमानों और पर्यटकों का कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहुंचनें पर अभिनंदन किया। उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र द्वारा शोकोच्चारण के बीच पवित्र ग्रंथ गीता की महाआरती व महापूजन से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 का शुभारम्भ किया। इससे पहले सभी मेहमानों ने भागीदारी राज्य असम के पैवेलियन का उ‌द्घाटन करने के उपरांत असम प्रदेश के खान-पान, रहन-सहन, परिधानों सहित अन्य विभिन्न दृश्यों को दर्शाने वाले स्टॉलों का अवलोकन किया।

इस दौरान सभी मेहमानों ने हरियाणा पवेलियन का उदघाटन करने के बाद की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन किए। इसके पश्चात सूचना, जनसम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उ‌द्घाटन व अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से हरियाणा सरकार की 9 साल की उपलब्धिों को विभिन्न विभागों के स्टॉलों के माध्यम से दर्शाया गया है। इसके उपरांत उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गीता ज्ञान संस्थानम केंद्र में संग्रहालय का अवलोकन करने के उपरांत संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत की है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि यह महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलेंगे।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में बनेगा अंग्रेजी एवं विदेशी भाषाओं का रिजनल केंद्र

कुवि के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज दुनिया के दर्जनभर देश ऐसे हैं जो हमें अपने यहां अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन करने का निमंत्रण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हैदराबाद के एक विश्वविद्यालय ने अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा के रीजनल सेंटर बनाने की बात कही है, जिसके लिए हमने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का प्रस्ताव दिया है। विश्व को भाषाओं का एक केंद्र यहां खुलेगा और विश्वविद्यालय में गीता का भी केंद्र है, जिसके माध्यम से हम दुनिया के बहुत देशों को एक प्लैटफॉर्म पर जोड़कर गीता के संदेश को दुनिया में पहुंचा सकते हैं। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने भी संगोष्ठी को संबोधित किया। उपराष्ट्रपति व अन्य अतिथियों ने स्मारिका का भी विमोचन किया, जिसमें 448 शोधपत्र संकलित किए गए।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल गीता के अनुयायी, इनका नाम पारदर्शिता, सुचिता व उत्तरदायित्यता के लिए जाना जाता है : उप-राष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ न मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के व्यक्तित्व की सराहना करते हुए उन्हें गीता का सच्चा अनुयायी बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर इनकी पहचान लोगों के लिए मनोहर है तो वहीं ये पारदर्शिता, सुचिताव उत्तरदायित्वता के लिए जाने जाते हैं। मनोहर लाल ने गीता के संदेश को जमीनी स्तर पर सार्थक बनाया है, जब गांव के बच्चे को बिना पैसे के नौकरी का पत्र दिया है।

उप-राष्ट्रपति आज अंतर्राष्ट्रीय गौता महोत्सव के दौरान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। जगदीप धनखड़ ने अपनी पत्नी डा. सुदेश धनखड़, मुख्यमंत्री मनोहर लाल व अन्य गण्यमान्य अतिथियों के साथ संगोष्ठी का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। धनखड़ ने कहा कि जब-जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुझे हरियाणा आने का निमंत्रण देते हैं, तो यहां आकर मुझे हर बार नया अनुभव व ऊर्जा मिलती है। इस बार तो कुरुक्षेत्र की धरा पर आने का सौभाग्य मिला है।

 

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Content Writer

Manisha rana