सरकारी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़, हरियाणा पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के पांच सदस्य किए गिरफ्तार
punjabkesari.in Tuesday, Jul 04, 2023 - 08:44 AM (IST)

डेस्क: पुलिस की अपराध शाखा ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से 16.58 लाख रुपये ठगने वाले एक अंतरराज्यीय रैकेट का भंडाफोड़ करते हुये इसके पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने सोमवार को यहां बताया कि यह अंतरराज्यीय रैकेट केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई), सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग आदि विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों को ठगता था। इस रैकेट का भंडाफोड़ करने तथा इसके सदस्यों को दबोचने को लेकर पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया।
जांच में खुलासा हुआ कि ठग दिल्ली और उत्तर प्रदेश के हैं तथा ठगी का मामला कई राज्यों से जुड़ा हुआ था। एसआईटी ने पांच माह में ही मामले का खुलासा कर पांच आरोपियों को लगभग चार लाख रुपए, मोबाइल फ़ोन, कम्प्यूटर, पेन ड्राइव के साथ गिरफ्तार किया। प्रवक्ता के अनुसार पुलिस को भिवानी जिला निवासी रवींद्र, विक्रम और प्रदीप ने शिकायत दी थी कि इन्होंने एफसीआई में गोदाम अटेंडेंट के पद के लिए आवेदन किया था, जिसमें नौकरी दिलाने के नाम पर गिरोह के सदस्यों ने सिक्योरिटी राशि की मांग की तथा शिकायतकर्ताओं से प्रति व्यक्ति 5.50 लाख रुपए लिए थे और यह राशि कुल मिलाकर साढ़े 16 लाख बनती है। गिरोह के सदस्यों ने पीड़ितों को नियुक्ति पत्र दिए गए और उसके बाद फ़िरोज़पुर, पंजाब में ट्रेनिंग कराई। वहीं पर पीड़ितों के कागज़ात जमा कराए गए और पहचान पत्र भी जारी किये गए।
प्रवक्ता के अनुसार सभी पीड़तिों से तीन माह प्रशिक्षण के नाम पर काम कराया गया तथा जल्द ही तैनाती का वादा किया गया। इस दौरान उन्हें कोई वेतन नहीं दिया गया। कई दिनों तक जब कहीं तैनाती नहीं की गई और न ही वेतन मिला तो तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ और जिला पुलिस को शिकायत दी। जिला पुलिस अधीक्षक के आदेशों पर मामला दर्ज किया गया। गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों की शिनाख्त मुख्य साजि़शकर्ता और उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर निवासी दीपक राठी, सीतापुर निवासी राहुल और रोहतक के कटेसरा निवासी विष्णु चौहान गिरफ्तार किया। रमेश.श्रवण