राजस्व को चूना लगा समानान्तर परिवहन सेवा देने वाले अवैध वाहनों पर शिंकजा कसा जाएगा: मूल चन्द शर्मा

9/9/2020 4:58:59 PM

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा के परिवहन व खनन मंत्री मूल चन्द शर्मा पिछले दिनों कोरोना पोस्टिव पाए गए थे।कॅरोना नेगिटिव होने के बाद मूल चन्द शर्मा ने कोरिन-टाईन का समय पूरा करने के बाद आज हरियाणा सचिवालय आए व परिवहन विभाग की अहम बैठक ली।यही नही बुधवार को अपने खनन विभाग की भी अहम बैठक बुला अपने विभागों को पटरी पर वापिस लाने का काम शुरू कर दिया है।मूल चन्द शर्मा का कहना है कि कॅरोना के दौरान सरकार के राजस्व को चूना लगा समानान्तर परिवहन सेवा देने वाले अवैध वाहनों पर शिंकजा कसा जाएगा।ऐसी बस सेवा जो अवैध चल रही है वह भी नही चलने दी जाएगी।चंडीगड़ व दिल्ली की बस सेवा शीघ्र शुरू होगी। अन्य राज्यों से भी बस सेवा शुरू होने की प्रक्रिया जारी है। प्रस्तुत है मूलचन्द शर्मा से हुई एक्सक्ल्युसिव बातचीत के प्रमुख अंश:

प्रश्न-कोरोना से अब स्वस्थ है,कारोन के समय का क्या अनुभव रहा।
उत्तर-
कॅरोना में अपनों से बिल्कुल धूरी बन जाती है।एकांत वास होता है।अपने बच्चे व सात फेरे लेकर आई धर्मपत्नी भी सोचती है कि दूरी बनी रहे।एकांतवास कष्टदायक न हो के लिए पोस्टिव सोच,प्रभु का नाम अनिवार्य है।फोन,टी वी ही समय काटने का साधन रहते हैं।

प्रश्न-इन दिनों आपने क्या सेवन किया?
उत्तर-
गर्म पानी,चाय,काढ़ा, देसी चीजें,गर्म दूध,काली-मिर्च व इसमे उपयोगी वस्तुएँ उपयोगी रही।इसी से मिलती जुलती चीजों के साथ सामान्य भोजन।

प्रश्न -  मूल चंद शर्मा जी, आज अपने अपने परिवहन विभाग की बैठक ली  है।इस बैठक में मुख्य रूप से क्या चर्चा की गई?
उत्तर-
परिवहन विभाग एक बहुत बड़ा महकमा है और अनलॉक  4 भी अब खुल चुका है।जबकि हमारी पूरे प्रदेश में 1718 बसें ऑन रोड है। जो फ़िलहाल राज्य में चल रही है जबकि बाकी प्रदेशो में भी हमने बसों की शुरुआत की है।  जिसमे  जल्द ही  दिल्ली और चंडीगढ़ सहित उत्तराखंड, हिमाचल और पँजाब के लिए भी बसें शुरू की जा रही है।  चार माह के लॉक डाउन के दौरान अवैध बसें टैक्सी और मक्सिकैब प्रदेश की सड़कों पर रहे। जब तक इन अवैध ट्रांसपोर्ट को नही रोका जाएगा तब तक हरियाणारोडवेज  की बसों की तादात नही बढ़ पाएगी।यह अवैध ट्रांपोर्टेशन प्रदेश के हर शहर में है।अंबाला से चंडीगढ़ और पँजाब के लिए जबकि सिरसा से राजस्थान के लिए काफी वाहन अवैध तौर पर सवारियां लेजाते है।जब तक इन वाहनों पर लगाम नही लगेगा।तब तक राज्य परिवहन की बसों को पूरी तरह से नही चलाया जा सकेगा।इसलिए इन वाहनों पर लगाम लगाने के लिए हमने एक कमेटी बनाई है। आरटीई और जीएम रोडवेज का स्टाफ अवैध तौर पर चलने वाले इन वाहनों को नाके लगाकर पकड़कर इन्हें खाली करवाकर इनके चालान करेंगे और इनकी सवारियों को हरियाणा रोडवेज की बसों में बैठाएंगे।यह करवाई एक दिन नही बल्कि रोजाना चलाई जाएगी ।रात को जो अवैध तौर पर बिना परमिट के बसें प्रदेश में आती है। उनकी चेकिंग की जाएगी ।    इससे पहले हम एक ही चीज ओवर लोडिंग पर ही ध्यान केंद्रित कर रहे थे।जिसपर काम चल रहा है।लेकिन जहां हरियाणा रोडवेज के 18हजार कर्मचारी है और उत्तर भारत मे हरियाणा रोडवेज की अपनी एक पहचान है।उसमें लोग नही बैठ पा रहे   वहीँ दूसरी तरफ यह अवैध परिवहन प्रदेश के राजस्व को भरी चुना लगा रहा है।  बिना इन्शुरन्स के गाड़िया सड़को पर घूम रही है जिनके साथ कोई हादसा हो तो इन्शुरन्स तक नही मिलेगा। प्राइवेट बसों वाले सरकारी बस के टाइम से महज कुछ मिनट पहले  अपनी बस लगा देते  है।इन सब बातों पर ध्यान केंद्रित करते हुए हमने परिवहन विभाग की एक बैठक की है जिसमे अवैध वाहनों पर लगाम लगाने के लिए रणनीति तैयार की  गई है। 

प्रश्न- क्या हरियाणा में अब इंटर स्टेट बस सर्विस शुरू कर दी गई है?
उत्तर- 
इसमे अलग -अलग राज्यो से आधिकारिक तौर पर बात करेंगे।जिसमे जहां अधिकारी और मंत्री स्तर पर बातचीत कर अंतराज्यीय बस सेवा शुरू की जाएगी।हालांकि इसके लिए केंद्र सरकार ने पहले से परमिशन दे दी है।

प्रश्न-  चंडीगढ़ सेक्टर 17 आईएसबीटी में पहले सब्जी मंडी शिफ्ट होने के चलते यहां बसें नही आ पा रही थी। अब चूंकि वहां से सब्जी मंडी पुनः सेक्टर 26में अपनी पहली जगह शिफ्ट हो चुकी है।क्या अब पुनः सेक्टर 17 बस स्टैंड पर हरियाणा की बसें आवागमन करेंगी
उत्तर-
इसके लिए  चंडीगढ़ प्रशासन से बात हो चुकी है और 16 सितम्बर से चंडीगढ़ के लिए बसों की शुरुआत कर रहे है।इसके अलावा दिल्ली में भी अब मेट्रो रेल चालू हो गए है और धीरे-धीरे हम दिल्ली के लिए भी हम बस सेवा शुरू कर रहे है।हालांकि दिल्ली में बसें पहले से चल रही है लेकिन हरियाणा की परमिशन नहीं है।इसलिए उनसे बात करेंगे कि जब दिल्ली में बसें चल रही है तो उनसे हरियाणा की बसों के आवागमन के लिए भी बात करेंगे।

प्रश्न- लॉक डाउन और अनलॉक पीरियड में देखा जाए तो हरियाणा रोडवेज को कितना घाटा हुआ?
उत्तर-
हरियाणा रोडवेज को लॉक डाउन के दौरान 900करोड़ के करीब घाटा हुआ।हालांकि लॉक डाउन के दौरान परिवहन विभाग के साथ-साथ अन्य सभी विभागों को भी आर्थिक तौर पर घाटा हुआ है।परिवहन विभाग अपने कर्मियों का वेतन खुद से निकालता है जबकि शिक्षा, चिकित्सा जैसे अन्य कई महकमे सरकार से वेतन लेते है।

प्रश्न-  रोडवेज कर्मियों से आपकी बैठक संभावित थी ।जो आपके कोरोना संक्रमित होने के चलते नही हो सकी।उनकी मांगो को लेकर अब आपकी क्या रणनीति रहेगी?
उत्तर- 
जिस समय उनकी बैठक होनी थी उस समय मैं खुद बीमार था।हालांकि हालात आज भी ठीक नहीं है।जब हालात ठीक हो जाएंगे तब कर्मचारियों से बैठक करेंगे और जो भी कर्मचारियों की मांगे है इसपर उनसे बैठकर बात करेंगे।

प्रश्न- खनन विभाग भी आपके पास है उसके लिए आपने कोई नई गाइडलाइन्स जारी की हैं?
उत्तर- 
खनन विभाग को लेकर बुधवार को बैठक है।जिसमे अधिकारियों से विभाग से संबंधित जानकारी लेकर खनन के बारे में आगामी रणनीति तय की जाएगी।

 

 

Isha