जाट समाज ने किया यशपाल मलिक का विरोध, उल्टे पांव लौटाया

2/24/2019 9:23:59 PM

रोहतक (दीपक भारद्वाज): जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान जाटों के नेता बन यशपाल मलिक का विरोध आज जाटों के गढ़ में जाट समुदाय ने ही कर दिया। मलिक पर यहां तक बन आई कि उन्हें भारी सुरक्षा के बीच उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। मलिक रोहतक में एक इंस्टीट्यूट की आधारशिला रखने आए थे। विरोध कर रहे जाट समाज के लोगों का कहना है कि मलिक ने जाट समाज द्वारा दिये गये चन्दे का दुरूपयोग किया है।



उन्होंने कहा कि लोगों ने चंदा जाट आरक्षण के दौरान जेल में युवाओं की पैरवी के लिये दिया था, मलिक ने इस चन्दे को वहां प्रयोग ना कर स्कूल और अन्य संस्थान खोलने में किया। सुनारिया की ग्रामीण महिला ओमवती ने कहा कि जाट समाज ने धरनों के दौरान दिये गये चन्दे का यशपाल मलिक ने गलत इस्तेमाल किया है। मलिक को ये चन्दा इसलिये दिया था कि वो जेल गये युवाओं की रिहाई के लिये अच्छा वकील करके उनकी पैरवी करें, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। मलिक ने चंदे के पैसे को कमाई का साधन बना लिया। एक बार भी हमारे बच्चों से मिलने तक जेल नहीं गए।



वहीं जाट नेता यशपाल मलिक के काफी नजदीक रहे पवन जसिया भी उनके विरोध मेें आ गये हैं। पवन का कहना है कि मलिक आज रोहतक में एक इंस्टीटयूट की आधारशिला रखने के लिये आए थे। इस बात का जब जाट समाज के लोगों को पता चला, तो सभी वहां एकत्रित हो गए और मलिक का विरोध किया। उन्होंने कहा इस इंस्टीटयूट को किसी भी कीमत पर नहीं चलने देंगे।



'जाट समाज ने आपका विरोध क्यों किया?' इस बात का जवाब देने की बजाए ये कह दिया कि विरोध करने वालों से पूछो कि विरोध क्यों कर रहे हैं? मलिक ने कहा कि 2017 में भी विरोध था, 2018 में भी हुआ और 2019 में भी होगा। अगर इन लोगों को विरोध करना है तो सरकार का करें। हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार हैं। सरकार के बहकावे में आकर समाज का विरोध ना करें। कैप्टन अभिमन्यु का विरोध करें जिसने मुकदमें बंद करवा रखे हैं।

Shivam