जिस रूप में देखते हैं उसी रूप में आते हैं श्रीकृष्ण, योगशाल में मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 05:32 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): श्रीकृष्ण को हम जिस रूप में देखते हैं वह उसी रूप में आ जाते हैं। जैसी सेवा हम करते हैं वैसी ही सेवा वो स्वीकार कर लेते हैं। इन्हीं शब्दों के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार प्रज्ञा योगशाला में धूमधाम से मनाया गया। योग गुरु गोपाल एवं नेहा ने कहा कि इस सृष्टि को श्रीकृष्ण ही चला रहे हैं। हम जो सोचते हैं और जो करते हैं यह मानना हमारा भ्रम है जबकि जो श्रीकृष्ण सोचते हैं और जो होता है वह सब उन्हीं की मर्जी से होता है।
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न्यू कॉलोनी स्थित प्रज्ञा योगशाला में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम के दौरान लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान कराया गया। इसके बाद यहां लड्डू गोपाल को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। जन्मोत्सव की शुरूआत गायत्री मंत्र और श्रीकृष्ण के भजनों के साथ की गई।
इस अवसर पर कई बच्चे व बड़े श्रीकृष्ण और श्रीराधा की वेशभूषा में आए जिन्होंने श्रीकृष्ण के भजनों पर नृत्य किया। वहीं, कार्यक्रम में दांडिया का भी आयोजन किया गया जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने बढ़चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण से किया गया।