गोहाना में जाट नेताओं का धरना 51वें दिन भी जारी, कल यहां पहुंचेंगे मलिक

3/20/2017 4:11:50 PM

गोहाना (सुनील जिंदल):गोहाना में जाट आरक्षण की मांग को लेकर अखिल भारतीय जाट संगर्ष समिति (यशपाल मलिक) गुट का लाठ जोली गांव में 51 वें दिन भी धरना जारी रहा। हालांकि आरक्षण लेने की जिद्द पर अड़े जाट और प्रदेश सरकार के बीच पूर्व घोषित 20 मार्च का विवाद पर फिलहाल सरकार ने विराम लगा दिया है। कल दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटर और दो केन्द्रीय नेताओं के साथ जाट नेताओं के बीच हुई बातचीत पर तमाम मांगों पर हुई सहमति के बाद सोमवार को भीड़ रोजाना की तरह उमड़ी तथा धरना संचालक आजाद सिंह से निर्णय सुनने तक भारी भीड़ शांत दिखाई दी।

कल खुद आरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक धरने पर पहुंचेंगे। जाट नेताओं का कहना था कि 26 मार्च को जींद मे हरियाणा कोर कमेटी की मीटिंग होगी उसके बाद हो सकते हैं धरनो को खत्म किया जाए, लेकिन तब तक गोहाना में धरना जारी रहेगा। इसके अलवा धरने पर अभी तक चंदे का आकड़ा दो करोड़ के पार पहुंच गया है।

जाट आरक्षण संगर्ष समिति के जिला अध्यक्ष आजाद सिंह ने बताया कि बीते दिन जिन मांगों पर दिल्ली में मुख्यमंत्री और दो केन्द्रीय के बीच जिन मांगों पर उनकी सहमति बनी है उन्हें उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इन पर संवैधानिक तरीके से काम करना शुरु कर देगी और वे अपने धरने खत्म कर देगें। इसके लिए 26 मार्च को जीन्द के गांव ईक्कस में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया जाएगा तथा उसमे निर्णय लेकर धरनों को पूर्णत समाप्त करने की रणनीति भी बनाई जाएगी। आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार और जाटों के बीच जीत या हार का सवाल नहीं है बल्कि आपसी सहमति का विषय माना जाना चाहिए। 

क्योंकि सरकार सर्वाेपरी है और वह जनता के लिए ही काम करती है। उन्होंने कहा कि लोगों ने जिस शांति और साहस का परिचय दिया है इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। बीते दिन सरकार और जाटों के बीच हुई वार्ता के बाद ऐसा लगा था कि अब धरने खत्म और चंदा देने वाले भी चंदा नहीं देगें। मगर सोमवार को लोग सरकार की वार्ता संवाद सुनने आए और चंदा भी देकर गए। दोपहर तक चंदा देने वालों का तांता लगा हुआ था। देर सांय तक चंदे की राशि दो करोड़ 12 लाख रुपये तक पहूंच गई।