जाट आरक्षण मामले को लेकर गम्भीर नहीं सरकार: हुड्डा

2/25/2017 2:04:32 PM

रोहतक (दीपक भारद्वाज):पूर्व सी.एम. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि जाट आरक्षण आंदोलन के मामले में वह गम्भीर नहीं है। उन्होंने सरकार पर जाट समाज से वायदाखिलाफी का भी आरोप लगाया, साथ ही एस.वाई.एल. पर इनैलो के नहर खोदने के कार्यक्रम को राजनीतिक ड्रामा करार दिया। हुड्डा शुक्रवार को अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने पिछले साल जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के लिए प्रदेश सरकार को पूर्ण रूप से जिम्मेदार ठहराया। सरकार की ओर से गठित प्रकाश सिंह कमेटी ही अपनी रिपोर्ट में सरकार को दोषी करार दे चुकी है। रिपोर्ट में साफ तौर पर ङ्क्षहसा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया है। पहले तो सरकार कहती रही कि प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट आने का इंतजार है। जब रिपोर्ट आई तो उसे पूरी तरह से सार्वजनिक नहीं किया गया, क्योंकि रिपोर्ट में कई गम्भीर बातें थी। 

मौजूदा आरक्षण आंदोलन का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार आंदोलनकारियों की मांगों को लेकर गम्भीर नहीं है। सी.एम. की मौजूदगी में पिछले साल जाट समाज से समझौता होने के बावजूद उसे लागू नहीं किया गया। एस.वाई.एल. के मुद्दे पर हुड्डा ने कहा कि इनैलो ने एक दिन पहले इस पर राजनीतिक ड्रामा रचा। इनैलो गई तो थी नहर खोदने और सड़क खोदकर आ गई। इनैलो सांसद दुष्यंत चौटाला के खुदाई कार्यक्रम में न जाने पर हुड्डा ने कहा कि यह सबको पता है कि वहां कौन-कौन कलाकार गए थे। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार नहर खुदाई की जिम्मेदारी अब केंद्र सरकार की है।