जाट आंदोलन: इलाज पर खर्च हुए 6.50 लाख, मुआवजा मिला सिर्फ 25,000

3/28/2017 9:35:07 AM

गोहाना (अरोड़ा):बाइक भी फूंक दी गई, इलाज पर खर्च के 6.50 लाख के बिल हाथ में हैं लेकिन मुआवजे का चैक केवल 25,000 रुपए का आया है। यह मामला पिछले साल के जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के शिकार कथूरा गांव के नवीन का है। नवीन को दिए चैक पर आपत्ति अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति जिलाध्यक्ष और लाठ-जौली चौक के धरना संचालक आजाद सिंह लठवाल ने की।

केवल 3 ग्रामीणों को मिला मुआवजा
लठवाल ने धरना स्थल पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने राज्य सरकार को हिंसा के शिकार 18 जाट ग्रामीणों की सूची दी थी। इस सूची में से केवल 3 ग्रामीणों को मुआवजा मिला है। ये ग्रामीण मुंडलाना का श्रीभगवान और ढुराणा का सुमित है जिनमें से प्रत्येक को 1-1 लाख रुपए के चैक दिए हैं लेकिन तीसरे घायल गांव कथूरा के नवीन को मात्र 25,000 राशि का चैक दिया है जो जख्मों पर नमक छिड़कने वाला है। इसी बीच लाठ-जौली चौक में सांकेतिक धरना भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता राम किशन जौली ने की। सांकेतिक धरने पर आजाद सिंह सांगवान, मनु आंवली, रोहतास बैनीवाल, मास्टर अनूप सिंह दहिया, दरियाव सिंह दहिया, जयभगवान डालू, रणबीर जौली, इंद्र सिंह लाठ आदि भी पहुंचे।