मजबूरी: जब एक लाचार बाप ने मोबाईल गिरवी रखकर करवाया बच्चे का इलाज (VIDEO)

8/20/2019 4:57:23 PM

झज्जर(प्रवीण धनखड़): एक तरफ जहां सरकार आयुष्मान योजना के लागू होने के बाद पूरे देश गरीबों को निशुल्क इलाज मुहैया कराए जाने के लंबे-चौडे दावे कर रही है वहीं इस योजना से आमजन व गरीब आदमी को कितना लाभ मिल रहा है इसकी बानगी झज्जर में एक तीन साल की मासूम को कुत्ते द्वारा काटने का मामला है। अपनी मासूम बेटी के इलाज के लिए मजबूर पिता को अपना मोबाईल फोन 25 सौ रूपए में गिरवी रख कर ही बाहर प्राईवेट दुकान से रेबिज का इंजैक्शन खरीदना पड़ा है। इंजैक्शन की कीमत बाहर दुकान पर 45 सौ रूपए थी और मजबूर पिता की जेब में केवल दो हजार रूपए थे।

सरकारी अस्पताल में इंजैक्शन न मिलने के चलते ही मजबूर पिता को अपना मोबाईल गिरवी रखना पड़ा। जिसके बाद ही मासूम का इलाज हो पाया। मामला झज्जर के तलाव रोड पर स्थित धांधु नगर के सामने का है। यहां यूपी का रहने वाला खन्ना सिंह अपने परिवार के साथ एक अमरूद के बाग में मजदूरी का काम कर गुजर-बसर कर रहा है। खन्ना सिंह के मुताबिक उसकी तीन साल की मासूम गुंज्जन को आवारा कुत्तों ने मुंह पर काट खाया। जिसके इलाज के लिए वह झज्जर के सरकारी अस्पताल में गया। लेकिन वहां उसे मासूम के इलाज के लिए मामूली उपचार तो जरूर मुहैया कराया,लेकिन कुत्ते के काटने के लिए लगाया जाने वाला रेबिज का इंजैक्शन लगाने से साफ मना कर उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया।

रोहतक में भी उन्हें दवाईयां व इंजैक्शन बाहर से खरीदना पड़ा। जब वह रेबिज का इंजैक्शन बाहर दुकान पर खरीदने के लिए गया तो उसकी जेब में केवल 25 सौ रूपए थे। जबकि इंजैक्शन की कीमत 45 सौ रूपए थी। उसे उसी समय 25 सौ रूपए में दुकानदार के यहां अपना मोबाईल गिरवी रख कर इंजैक्शन खरीदना पड़ा। बाद मेें उसने अपने दोस्त से रूपए उधार लेकर ही अपने गिरवी रखे मोबाईल को दुकानदार से छुड़वाया।

 

Isha