डिप्टी CM के निर्वाचन जिले में स्वास्थ्य विभाग हुआ बीमार, 50 प्रतिशत डॉक्टरों की कमी झेल रहा जींद

punjabkesari.in Thursday, Dec 15, 2022 - 04:16 PM (IST)

जींद(विजेंद्र): हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित प्रदेश को 5 विधायक देने वाले जींद जिले में कई सालों से डॉक्टरों की कमी पूरी नहीं हो पाई थी। वर्तमान में भी जिले में डॉक्टरों के करीब 50 फीसदी पद खाली हैं। हालात यह है कि सिविल अस्पताल में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी होने के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह जिला इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले तीन साल से प्रदेश सरकार की सहयोगी जजपा के दुष्यंत चौटाला उचाना कलां से विधायक हैं और सूबे के डिप्टी सीएम हैं।

 

कुल 221 पदों में से करीब आधे पद खाली

 

डिप्टी सीएमओ डॉक्टर पालेराम कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सकों की कमी को लेकर सरकार को अवगत करवाया हुआ है। उन्होंने बताया कि मरीजों को हर संभव इलाज देने को कोशिश की जा रही है। इस बीच कैमरे पर उन्होंने यह माना कि जिले में डॉक्टरों के कुल 221 स्वीकृत पदों में से 120 भी भरे हुए हैं। इनमें से भी 8 चिकित्सकों ने इस्तीफा दे दिया था। यानी मौजूदा समय में जिले में 112 ही डॉक्टर कार्यरत हैं। इस हिसाब से जिले में करीब 50 फीसदी डॉक्टरों की कमी है। वहीं जींद में 8 साल से रेडियोलॉजिस्ट नहीं है और और कई विभागों के पास स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी नहीं है।

 

पिछले 8 साल से रेडियोलॉजिस्ट की कमी झेल रहा जिला

 

डॉक्टर पालेराम कटारिया ने बताया कि जींद से नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों के कुल 55 पद हैं। उन्होंने वहां तैनात चिकित्सकों का आंकड़ा न बताते हुए कहा कि हॉस्पिटल में लगभग सभी डॉक्टर काम कर रहे हैं। हालांकि इस बीच उन्होंने यह भी माना कि अस्पताल में कई विभागों जैसे रेडियोलॉजिस्ट, स्किन, महिला विशेषज्ञ और सर्जरी के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं है और कई विभागों में केवल एक ही डॉक्टर है। मरीजों की संख्या को देखते हुए डॉक्टरों की संख्या कम है। इसी के साथ रेडियोलॉजिस्ट न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को स्कैन के लिए निजी अस्पताल में भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि स्कैन का खर्च सरकार की ओर से ही दिया जाता है।

 

गठबंधन सरकार में भी नहीं पूरी हुई डॉक्टरों की कमी

 

सरकार के दूसरे कार्यकाल के तीन साल बीत जाने के बाद भी न तो स्थानीय बीजेपी विधायक और न ही उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जिले में डॉक्टरों की कमी को पूरा कर पाए हैं। अधिकारियों का कहना है चिकित्सकों की कमी को लेकर सरकार को लिखा हुआ है। देखने वाली बात यह है कि गठबंधन सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक भी जींद में डॉक्टरों की कमी पूरी होगी या नहीं। या फिर अस्पताल में इलाज करवाने वाले लोगों को इसी तरह परेशानियों से दो-चार होते रहना पड़ेगा।

 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)          

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Gourav Chouhan

Recommended News

Related News

static