जींद की सोनीपत सीट में भागीदारी कम मगर दम बहुत ज्यादा

4/9/2019 11:27:07 AM

जींद (जसमेर): जींद और सोनीपत 2 जिलों में फैले सोनीपत संसदीय क्षेत्र में जींद जिले की भागीदारी सोनीपत जिले से भले ही आधी हो लेकिन जींद जिले में राजनीतिक दम बहुत ज्यादा है। 2014 में सोनीपत से भाजपा प्रत्याशी रमेश कौशिक की जीत में जींद जिले की भूमिका निर्णायक रही थी।

जींद जिले से कांग्रेस प्रत्याशी पर रमेश कौशिक को जो भारी लीड मिली, उसी के दम पर वह लोकसभा में पहुंचे थे। अब 12 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों में भी सोनीपत सीट पर भाजपा और उसके प्रत्याशी रमेश कौशिक के लिए जींद जिला राजनीतिक रूप से बेहद अहम होगा। उनके लिए जींद जिले की भूमिका इस बार पिछले चुनाव से भी ज्यादा निर्णायक साबित होगी।

2014 में सोनीपत संसदीय क्षेत्र से भाजपा के रमेश कौशिक ने कांग्रेस के जगबीर मलिक को 77,252 मतों के अंतर से पराजित किया था। तिकोने मुकाबले में भाजपा के रमेश कौशिक को 3,46,979, कांग्रेस के जगबीर मलिक को 2,69,727 तथा इनैलो के पदम दहिया को 2,64,284 वोट मिले थे। कौशिक की जगबीर मलिक पर 77,252 मतों से जीत में जींद जिले की भूमिका निर्णायक रही थी। सोनीपत जिले के सोनीपत, राई, गन्नौर, खरखोदा, बरोदा और गोहाना 6 विधानसभा क्षेत्रों में रमेश कौशिक और जगबीर मलिक के बीच लगभग कांटे का मुकाबला रहा था।

इसमें रमेश कौशिक को सोनीपत जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में 2,14,244 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के जगबीर मलिक को 2,03,514 वोट मिले थे।  जींद जिले की 3 विधानसभा सीटों, जींद, जुलाना और सफीदों में भाजपा के रमेश कौशिक तथा कांग्रेस के जगबीर मलिक के बीच मतों का अंतर बहुत ज्यादा रहा था। इसमें रमेश कौशिक को जींद जिले की 3 विधानसभा सीटों से 1,32,735 तथा कांग्रेस के जगबीर मलिक को 66,193 वोट मिले थे। दोनों के बीच अंतर 66,542 मतों का रहा था और जींद के दम पर ही रमेश कौशिक लोकसभा में पहुंचे थे। 

Shivam