दबाव नहीं, पर संकट की घड़ी में फसल का थोड़ा हिस्सा दान करे किसान : दलाल

4/18/2020 5:53:05 PM

भिवानी(अशाेक): भिवानी पहुंचे कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भरोसा दिलाया है कि किसानों की सरसों व गेहूं की फसलों की पूरी खरीद की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने संकट की घड़ी में खरीद कर रहे व्यापारियों का आभार जताया और किसानों से बिना किसी दबाव के इच्छा से कुछ दान करने की अपील की। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी, अगर किसी किसान की फसल में आग लगती है तो सरकार उसकी मदद करेगी।

कोरोना के कहर के बीच प्रदेश भर में सरसों की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हो गई है और गेहूं की खरीद 20 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। खरीद के दौरान आने वाली किसानों व व्यापारियों की परेशानियों व उनके समाधान के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर कृषि मंत्री जेपी दलाल मीडिया से रूबरू हुए। इसके साथ ही उन्होंने अपने आवास पर शहर के पार्षदों व किसान सभा की समस्याएं भी सुनी।

सबसे पहले कृषि मंत्री जेपी दलाल ने दावा किया कि पूरे प्रदेश में सरसों की खरीद सुचारू रूप से हो रही है और इसी प्रकार गेहूं की खरीद भी सही तरीके से की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि ना दबाव है और ना ही जरूरी, फिर भी किसान इस समय अपनी फसल का कुछ हिस्सा दान में दें, ताकि जरूरतमंदों की मदद में काम आए। मंडी ने कहा कि पीएम मोदी व सीएम मनोहर लाल किसानों को लेकर सचेत हैं। किसानों की किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। किसानों की सुविधा के लिए खाद, बीज व दवाइयों की दुकानें खुली रहेंगी।

वहीं सिरसा जिला की कालांवाली मंडी में एक किसान की महज 32 किलो सरसों खरीदने पर कृषि मंत्री ने कहा कि इसमें किसी कर्मचारी की नहीं, बल्कि कम्प्यूटर में डाटा चढ़ाने में गड़बड़ हुई थी, जिसे ठीक कर दिया गया है।  वहीं इसके साथ सोनीपत जिला में कुछ आढ़तियों द्वारा गेहूं की खरीद के विरोध को भी गलत बताया और कहा कि ऐसा कुछ नहीं है।

सभी आढ़ती व व्यापारी खरीद में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने सोशल डिस्टेंस की चुनौती पर कहा कि इसी चुनौती से निपटने के लिए इस बार दो से तीन गुणा खरीद केंद्र बनाए गए हैं। किसानों की फसलों में आग लगने के सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि इसके लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है और साथ ही बचाव के लिए दिन में बिजली सप्लाई बंद की जाती है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी किसी किसान की फसल जलती है तो सरकार उसकी मदद करेगी।

भले ही कृषि मंत्री लाख दावे करें, पर आज भी मंडियों में किसानों की नमी के नाम पर कटौती, सोशल डिस्टेंस व कम खरीद की समस्याएं रोज सामने आ रही हैं। ऐसे में जब सरसों के साथ गेहूं की खरीद शुरू होगी तो देखना होगा कि सरकार व कृषि मंत्री के दावे कहां तक सच साबित होते हैं और कोई समस्या आती है तो उसका तुरंत समाधान हो पाएगा या नहीं।

Edited By

vinod kumar