पुरानी व्यवस्था में नौकरियों के सौदागर रहे लोग गड़बड़ करने की कोशिशों में लगे रहते हैं: जेपी दलाल

8/21/2021 7:54:51 PM

चंडीगढ़ (जेपी दलाल): मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस पार्टी भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर पूरी तरह से आक्रामक है। पूरी कांग्रेस सरकार को घेरने तथा प्रदेश में एक मैसेज देने की पुरजोर कोशिशों में है। वहीं सत्ता पक्ष भी इसका पूरा जबाव दे रहा है। इस विषय पर प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि नकल का विषय चिंताजनक है, लेकिन हरियाणा में 20-30 सालों का इतिहास उठाकर देखो सभी सरकारों ने बगैर मेरिट के अपने चहेतों को नौकरियां बाटी हैं। अनियमितताओं के कारण बाद में हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट ने नौकरियों को निरस्त किया। 

उन्होंने कहा कि लोग अपनी नौकरियों से हटे। लेकिन हमारी सरकार आते ही हमारे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक स्पष्ट संदेश दिया कि नौकरी बगैर खर्ची-पर्ची और सिफारिश के दी जाएगी। केवल मेरिट और योग्यता के आधार पर नौकरियां मिलेंगी और अब तो क्लास 3 तक की नौकरी के लिए साक्षात्कार तक खत्म कर दिया। केवल लिखित परीक्षा के आधार पर नौकरियां दी जा रही है। लेकिन पुरानी व्यवस्था में नौकरियों के सौदागर रहे लोग कहीं ना कहीं गड़बड़ करने की कोशिशों में लगे रहते हैं।

दलाल ने कहा कि हमने ठान लिया है कि गरीब के हक की नौकरी को कोई पैसे के दम पर नहीं छीन पाएगा। यह इसी व्यवस्था की लड़ाई है। जहां भी हमें थोड़ा सा शक होता है, हम तुरंत भर्ती को कैंसिल करते हैं। इसी कारण आज तक भाजपा सरकार में लगी किसी भी प्रकार की नौकरी को कोर्ट में चैलेंज नहीं किया गया। गरीब को संतोष है और प्रतिभाशाली बच्चों को उम्मीद है और सरकार केवल और केवल ईमानदारी के रास्ते पर चलकर बच्चों को रोजगार देने का काम करेगी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो आज बड़े-बड़े नारे लगाती है। उनकी और दूसरी सरकारों में लगी नौकरियां निरस्त हई। नौकरी लगाकर निरस्त होने से अच्छा है कि टेस्ट दोबारा हो जाए और हमारी सरकार में कोई भी व्यक्ति कानून से खिलवाड़ न कर पाए, योग्य प्रतिभाशाली को रोजगार मिले, पैसे के दम पर किसी का रोजगार छीने, इसलिए नया बिल लाना एक बहुत अच्छा कदम है। कई परीक्षाओं में गड़बड़ी के कारण हमें यह भर्तियां कैंसिल करनी पड़ी। जिससे लोगों को और परीक्षार्थियों को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ा। अगर सख्त कानून बनता है तो यह एक सराहनीय कदम है और इस कदम की सख्त आवश्यकता है।

इसके साथ उन्होंने कहा कि विपक्ष तो परिवार पहचान पत्र पर भी उंगली उठा रहा है। लेकिन मैं बता दूं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल कि यह देश में एक अनोखी योजना है। बेहतरीन पहल है। जिससे हर आदमी हर परिवार का डाटा बनाया गया है कि किस परिवार में कितने सदस्य हैं ? उनकी आमदनी कितनी है ? कौन कमाने वाला है ? परिवार का रोजगार क्या है ? जिसे देखकर नीतियां बनाई जाएंगी। हमारी कल्याणकारी सरकार की नीति है कि सरकारी खजाने पर सबसे पहला हक सबसे गरीब का है। जिसे आज तक सरकार का कोई भी लाभ नहीं मिला, उन्हें चिन्हित करने की बेहद आवश्यकता है। 

देश की आज़ादी को 73 साल बीत गए। लेकिन आज तक बहुत से परिवार संपन्न नहीं हो पाए। इस प्रकार के परिवारों के लिए एक बेहद लाभकारी नीतियां बनाया जाना सरकार की सोच है। किरण चौधरी कहती है कि इससे डाटा चोरी हो जाएगा। लेकिन मैं बता दूं कि यह डाटा किसी प्राइवेट एजेंसी के पास नहीं बल्कि सरकार के पास है। दलाल ने कहा कांग्रेस को चिंता है कि अगर इसी प्रकार गरीब के लिए कल्याणकारी कदम उठाए जाते रहे तो कांग्रेस मुश्किल में पड़ जाएगी। इसीलिए इस प्रकार के बेफिजूल मुद्दे कांग्रेस के नेता उठा रहे हैं। 

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता द्वारा बार-बार रिजेक्ट की जा चुकी है। जनता समझ चुकी है कि गलत नीतियों के कारण देश में आज गरीबी, बेरोजगारी, शोषण, भूख, भ्रष्टाचार की मार झेल रहा है। कांग्रेस इन समस्याओं की जननी है। कांग्रेस भी समझ चुकी है कि सीधे-सीधे भाजपा का मुकाबला करने में वह सक्षम नहीं है। इसीलिए झूठ, फरेब और तुष्टीकरण की राजनीति कांग्रेस पार्टी अपना रही है। कभी किसान आंदोलन, कभी सीएए, कभी सर्जिकल स्ट्राइक को चैलेंज करना यह बेफिजूल की बातें कर रही है। लेकिन जनता सब देख रही है। भारत का किसान भी समझ चुका है कि आखिर आज तक वह आर्थिक रूप से संपन्न क्यों नहीं हो पाया ? देश के अंदर अधिकतर समय तक कांग्रेस सत्ता में रही और देश की इस हालत की जिम्मेदार भी कांग्रेस पार्टी है और देश का स्वाभिमानी किसान राहुल गांधी को कभी स्वीकार नहीं कर पाएगा।   
 

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Content Writer

vinod kumar