प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर लोगों से ठगे जा रहे पैसे

4/5/2017 9:16:56 PM

कैथल (रमन गुप्ता):कैथल की हरसौला बस्ती में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर फर्जी फार्म 100-100 रुपए में बेचे जा रहे थे। सीआईडी (गुप्तचर विभाग) ने मामले की सूचना मिलने पर एडीसी कार्यालय के कर्मचारी के साथ मौके पर पहुंचे। सीआईडी पुलिस ने ऐसे करने वालों को सिविल लाइन थाना पुलिस के हवाले कर दिया। जहां पर पूछताछ की जा रही है।

एडीसी कार्यालय से आये अधिकारी जितेंद्र कंसल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि हरसौला बस्ती में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर फर्जी फार्म बेचे जा रहे हैं। सूचना पाकर टीम ने एडीसी कार्यालय के कर्मचारी को साथ लिया। मौके पर जाकर देखा तो वहां एक बिल्डिंग पर अवैध सीएससी चलाई जा रही थी। जहां पर कई गांवों की महिलाएं पहुंचे हुई थी। उनसे एक फार्म के 100 रुपए लिए जा रहे थे और बदले में कोई रसीद नहीं दी जा रही थी। जहां पर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। 

नहीं दी जा रही रसीद
महिला कमलेश, सलमा ने बताया कि उनके गांवों से पहले ही महिलाएं यहां पर फार्म भरकर जा चुकी हैं। जानकारी मिलने पर वे भी इसी काम के लिए पहुंची थी। उन्हें लोन के रूप में दो-दो लाख रुपए दिए जाएंगे। उनसे फार्म भरने के नाम पर 100-100 रुपए लिए गए, पर कोई रसीद नहीं दी। जब रसीद के बारे में पूछा तो जवाब मिला कि किस-किस को रसीद दी जाएगी।

लैबोरेट्री का बोर्ड लगाकर भरे जा रहे थे फार्म
जिस बिल्डिंग में यह अवैध धंधा चल रहा था, उस पर बाहर तो लैबोरेट्री का बोर्ड लगा हुआ था। अंदर अवैध सीएससी चलाई जा रही थी। इसमें बैठे महिला-पुरुष कर्मचारी 100-100 रुपए लेकर लोगों के फार्म भरे रहे थे। फार्म भरने वालों को आश्वासन दिया जाता था कि उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योजना के तहत मकान बनाने के लिए लोन दिलवाया जाएगा।

ग्रामीणों महिलाओं को दो लाख रुपए का लोन देने के नाम पर फार्म बेचे जा रहे थे। महिलाओं को बताया गया कि इसमें 50 हजार रुपए सबसिडी होगी और डेढ़ लाख रुपए की किश्त बनाई जाएगी। पिछले करीब एक महीने से एक काम चलना बताया जा रहा है। रोजाना अलग-अलग गांवों से काफी संख्या में महिलाएं आकर फार्म भरवाने पहुंच रही हैं।

विभाग की नहीं ऐसी योजना
एडीसी कार्यालय के कर्मचारी जितेंद्र कंसल ने बताया कि विभाग की ऐसी कोई योजना नहीं है। जिसमें दो लाख को लोन हो।