पुलिस ने किए 1 ही नंबर पर 2 FIR दर्ज, पढ़ें पूरी खबर

11/5/2016 8:46:26 PM

कैथल (रमन गुप्ता): पोल खोल अभियान के सदस्यों पर मुकदमों की बौछार करने के उत्साह में चीका पुलिस एक ऐसा कारनामा कर बैठी कि अब उसे जवाब देना मुश्किल हो रहा है। पुलिस ने एक ही मुकदमा नंबर के तहत दो अलग-अलग मामले बना दिए हैं। फर्क ये है कि जो तफसील जिला पुलिस के पीआरओ ने जारी की है उसमें पोल खोल अभियान के सदस्यों पर एक पुलिस वाले को पीटने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है जबकि गुहला कोर्ट में पुलिस द्वारा भेजी गई एफआईआर की प्रति में चौक पर जाम लगाने के आरोप में पर्चा दर्ज किया गया है। मजे की बात ये है कि दोनों पर्चो में आरोपी वही है, जांच अधिकारी भी वही है बस शिकायतकर्ता अलग- अलग है। यह गफलत सामने आने के बाद पोल खोल अभियान के सदस्यों द्वारा पुलिस पर लगाए जा रहे झूठे मुकदमें दर्ज करने के आरोपों को काफी बल मिला है।

 

पोल खोल अभियान के संयोजक जगजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि उनके अभियान को दबाने के लिए पहले मारपीट और बाद में मुकदमें बाजी का सहारा लिया गया मगर जब वे नहीं झुके तो पुलिस ने संगीन मामले बनाने के चक्कर में एक पुलिस वाले की ही पिटाई करने का उन पर आरोप जड़ दिया। शाम होते-होते जब पुलिस को अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने मुकदमा मोडीफाई किया और उसे जाम लगाने वालों के खिलाफ पर्चे में तब्दील कर दिया। पुलिस गलती यह कर बैठी कि उसने पहले पर्चे की तफसील रूटीन क्राइम रिपोर्ट में जारी कर दी मगर कोर्ट में बाद में बनाई एफआईआर भेज दी। 

 

ये है दोनों मुकदमों में फर्क 
मुकदमा नंबर 278 के तहत जो क्राइम रिपोर्ट जिला पुलिस के पीआरओ रोशन लाल खटकड़ ने इमेल के जरिए पचास से अधिक मीडिया कर्मियों को भेजी है उसमें चीका थाना के एएसआई राम निवास पेटी नंबर 360 की ओर से आरोप लगाया गया है कि वह 3 तारीख को जब शहीद ऊधम सिंह चौक पर जा रहा था वहां जगजीत सिंह, शेर सिंह, साहब सिंह व मंगू राम ने उसे जबरन पकड़ा तथा लाठियों व डंडों से पीटा तथा जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने उक्त चारों आरोपियों के खिलाफ भादस की धारा 148, 149, 341 व 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया। 

 

अब जो एफआईआर पोल खोल अभियान वालों ने कोर्ट से ली है उसका भी मुकदमा नंबर 278 है मगर उसमें एएसआई भागीरथ पेटी नंबर 521 ने आरोप लगाया है कि 3 नवंबर को अपने साथी पुलिस कर्मियों के साथ शहीद ऊधम सिंह चौक पर तैनात था तो वहां मौजूद जगजीत सिंह, शेर सिंह, साहब सिंह, मंगू राम व डेढ़ दो सौ महिलाएं व पुरूष जो कि इंसाफ की मांग के नारे लगा रहे थे उन्होंने चौक पर चारों तरफ जाम लगा दिया। पुलिस ने उन्हें रास्ता खोलने को कहा लेकिन वो नहीं माने। इस मामले में भी पुलिस ने 148, 149, 341 व 506 धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। दोनों मामलों में आईओ चीका थाना प्रभारी रणबीर सिंह को बताया गया है।