कैथल: पराली खरीद के लिए लग रही मंडियां, किसानों को मिल रहे हैं इतने रुपए

11/23/2022 12:18:52 AM

कैथल(जयपाल): पराली जलाने के मामले में कैथल में प्रदेश का नबंर वन जिला बन गया है। 9.5 लाख टन पराली में से सिर्फ 10 हजार ही जलाए गए है। पराली की मंडियां लगाई जा रही है और किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से 5 से 7 हजार रुपए मिल रहे हैं। इस सुविधा से किसानों को काफी फायदा हो रहा है और पर्यावरण प्रदूषण होने का भय भी खत्म हो गया है।

पराली की मंडियां लगाने वाले नरेश कुमार व प्रदीप कुमार ने बताया की किसान यहां पर पराली बेचते हैं, जिससे उन्हें सरकारी की तरफ से ना जलाने के नाम की एक हजार रूपये प्रोत्साहन राशि तो मिलती ही है साथ में प्रबंधन के बाद अलग से पराली बेचकर भी कमाई होती है। अगर सरकार व प्रशासन के सहयोग से इस तरह की ओर मंडियां बनाई जाए और किसानों की पराली का दाम थोड़ा ओर बढ़ाया जाए तो निश्चित तौर पर प्रदूषण से तो निजात मिलेगी ही साथ से किसानों का फायदा भी होगा।

किसान सुरजीत और बेलर मशीन चालक सोहन सिंह ने बताया की अब पराली प्रबंधन से किसान की तो कमाई हो ही रही है। साथ में बहुत से लोगों को काम भी मिल रहा है। किसान प्रति एकड़ 5-7 हजार रूपये कमा रहे हैं तो वहीं बेलर मशीन पर 80-85 मजदूर काम करते हैं,जिससे बेरोजगारों को काम मिलता है। इसके अलावा अगर मंडियों की बात करे तो यहां भी मजदूरों को काम मिलता है।

कृषि अधिकारी डॉ कर्म चंद ने बताया की कैथल में लगभग 9.6  लाख टन पराली का उत्पादन होता है, जिसमें से लगभग आधी पराली मंडियों व फैक्टरियों के माधयम से बिक जाती है। जिसमें किसानों को फायदा हो रहा है। कैथल में 20 पराली की मंडियां लगी हैं। जो किसानो से पराली खरीदकार आगे गुजरात, राजस्थान व अन्य कई प्रदेशो में भेजते हैं।

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma