हिंदी पेपर में संत महार्षि वाल्मीकि पर आपत्तिजनक टिप्पणी, वाल्मीकि समाज का फूटा गुस्सा
punjabkesari.in Sunday, Sep 21, 2025 - 04:17 PM (IST)

कैथल (जयपाल रसूलपुर): सीवन नगर में स्थित एक निजी स्कूल के हिंदी प्रश्नपत्र में संत महार्षि वाल्मीकि के जीवन से जुड़े प्रश्न में अपमानजनक शब्द लिखे जाने पर वाल्मीकि समाज में गहरा आक्रोश फैल गया है। समाज के लोगों ने एकत्र होकर रोष व्यक्त किया और पुलिस को शिकायत देकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
वाल्मीकि समाज के नेताओं चतर सिंह, पाला राम सौदा, पार्षद श्रीराम वाल्मीकि, नाथू चौहान, सतपाल चौहान, संजय मालिक और अनिल पारचा ने कहा कि परीक्षा प्रश्नपत्र में संत महार्षि वाल्मीकि के लिए “डाकू” जैसे शब्द प्रयोग किए गए। इससे न केवल समाज की भावनाएं आहत हुई हैं बल्कि बच्चों के मन में संतों और महापुरुषों के प्रति नकारात्मक संदेश जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कृत्य समाज में तनाव और जातीय सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास प्रतीत होता है। आक्रोशित समाज ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा और स्कूल में तालाबंदी तक की जा सकती है। उन्होंने मांग की कि स्कूल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और संबंधित स्कूल की मान्यता रद्द की जाए।
मामले की जांच जारी : थाना प्रभारी
थाना सीवन प्रभारी के जांच अधिकारी अमृत लाल ने कहा कि शिकायत मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों के खिलाफ कानूनन कड़ी कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों।
पाठ्यपुस्तक से लिया प्रश्न : स्कूल प्रबंधक
स्कूल प्रबंधक सतपाल शर्मा ने सफाई दी कि प्रश्न का उद्देश्य किसी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। यह प्रश्न पाठ्यपुस्तक में दर्ज सामग्री से लिया गया और शिक्षक ने वही सवाल पेपर में शामिल किया।