पेपर लीक मामला: हमारे अधिकारी सही जांच नहीं करते तो केस CBI को दिया जा सकता है: कंवर पाल

8/26/2021 9:24:23 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर का कहना है कि पेपर लीक मामले में अगर हमारे पुलिस अधिकारी सही जांच व कार्रवाई नहीं करते तो मामला सीबीआई को दिया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारी इस मामले में गहराई तक जाकर जांच कर रहे हैं और उन्होंने जम्मू-कश्मीर तक जांच कर दोषी लोगों को पकड़ा है, ऐसे में हम अपने अधिकारियों को हतोत्साहित नहीं कर सकते। 

यमुनानगर में मीडिया से बातचीत करते हुए कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इस मामले में जितने भी जुड़े हुए अपराधी हैं उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की ड्राइंग टीचर और पीटीआई टीचर की भर्ती मामले में और कई बार नॉर्म चेंज किए गए। कोर्ट ने भी टिप्पणी की कि यह लाला की दुकान है। उन्होंने कहा कि आयोग का चेयरमैन दिखावा था। चेयरमैन सलेक्शन की बजाय अपने लोगों को लगाने का काम करते थे। 

उन्होंने कहा कि पहले ऐसा चलन भी था कि पेपर कोरा छोड़ आओ। कुछ अधिकारियों पर भी इसी तरह की सिलेक्शन के आरोप लगे थे। लेकिन आज कोई भी पेपर देता है तो उसकी तीन कॉपी होती हैं। जिसमें से एक कॉपी सील की जाती है दूसरी आयोग के पास रहती है और तीसरी परीक्षार्थी के पास और वह आंसर की से मिलान कर सकता है। अगर नंबर कम है तो उसके लिए वह चैलेंज कर सकता है। सारा काम पारदर्शिता से हो रहा है।

वहीं किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लोकतंत्र व विकास के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि जब आप मंत्री व विधायक को इलाके में नहीं जाने देंगे तो विकास कैसे होगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि 500 से अधिक मौतों के लिए किसान नेता जिम्मेवार हैं। हर साल सर्दी के दिनों में बुजुर्गों को बचाने का काम किया जाता है, लेकिन इन किसान नेताओं ने बुजुर्गों को सर्दी के दौरान आंदोलन में भेज दिया ताकि उन्हें शहीद दिखाकर सरकार पर दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित कोई भी दल अगर इन किसानों का समर्थन करता है तो वह लोकतंत्र के खिलाफ है, क्योंकि यह लोग किसी को बोलने नहीं देते।
 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

 

Content Writer

vinod kumar