हरियाणा में पराली जलाने के मामले में करनाल सबसे आगे, 13 अक्तूबर तक 389 मामले किए दर्ज

10/16/2021 10:13:24 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा में पराली जलाए जाने के मामलों ने रफ्तार पकड़ ली है। 3 अक्तूबर तक जहां प्रदेश में पराली जलने के मामले केवल 19 दर्ज किए गए थे, वहीं 10 दिन बाद यानी 13 अक्तूबर तक यह संख्या 389 हो चुकी थी। इनमें से सबसे अधिक केस करनाल में सामने आए हैं। यहां 13 अक्तूबर तक 141 जगह पराली जलाई जा चुकी है। इसके बाद नंबर आता है कैथल का।

हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (एच.एस.पी.सी.बी.) की रिपोर्ट के अनुसार कैथल में 86 जगह पराली जल चुकी है। तीसरे स्थान पर कुरुक्षेत्र है, जहां 84 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। राज्य में पराली जलाए जाने की घटनाएं 28 सितम्बर से दर्ज की जा रही हैं। हालांकि बोर्ड के अधिकारियों का मानना था कि इस साल मामलों में कमी आएगी लेकिन अब रोजाना मामले बढ़ रहे हैं। 10 अक्तूबर को सबसे अधिक 95 जगह पराली जलाई गई, जबकि 13 अक्तूबर को 91 मामलों की सूचनाएं बोर्ड तक पहुंचीं। अब इसके बाद बोर्ड की ओर से प्रदेश में सॢवलांस और बढ़ा दिया गया है। सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दे दिए गए हैं कि पराली जलने से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड रखा जाए। 

8 स्थानों की हवा खराब कैटेगरी में 
पराली जलने के मामले बढऩे के साथ ही प्रदेश की हवा भी तेजी से प्रदूषित हो रही है। सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) की ओर से शुक्रवार शाम जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा की 8 लोकेशन का एयर क्वालिटी इंडैक्स (ए.क्यू.आई.) खराब कैटेगरी में दर्ज किया गया है। इस रिपोर्ट में बल्लभगढ़ (260) का ए.क्यू.आई. सबसे खराब आया है। जिस तरह से प्रदेश में पराली जलाई जा रहे है, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर और खराब होने की संभावना है। 

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Content Writer

Manisha rana