सालभर में गटक गए 153 करोड़ से अधिक की शराब

3/9/2019 4:58:54 PM

करनाल (पांडेय): न तो शराब प्यास बुझाती है और न इससे भूख मिटती है। फिर सवाल यह है कि लोग इसके दिवाने क्यों हैं। यदि इसका जवाब मूड बनाना है तो सी.एम. सिटी करनाल के बाशिंदे वाकई मूडी हैं। बात भले ही हजम न हो लेकिन शौकीनों ने 153 करोड़ रुपए मूड बनाने पर खर्च कर डाले, वह भी महज एक साल में। जिले में प्रतिदिन अंग्रेजी, देसी और बीयर के ठेकों से औसतन 42 लाख रुपए की शराब खरीदी गई।  

करनाल में कोई गम मिटाने के लिए शराब पी रहा है तो कोई शौक के लिए जाम से जाम टकरा रहा है। इनसे इतर कुछ ऐसे भी हैं जो लत के चलते नशे के आदी हो चुके हैं। जिसके कारण कर्ण नगरी के लोग रोजाना हजारों लीटर शराब का सेवन कर रहे हैं। शराब की इस लत के कारण कई घर भी उजड़ रहे लेकिन इसके बाद भी शराब की खपत में कमी नहीं आ रही है। 

वित्त वर्ष 2018-19 में जिले में 153 करोड़ रुपए की शराब बिक्री हुई, जबकि आबकारी विभाग द्वारा करनाल जिले को 137 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था। इस हिसाब से जिले में विभाग के टारगेट से 16 करोड़ की अधिक शराब बिक्री हुई। वहीं अगर हम वर्ष 2017-18 की बात करें तो इस वित्त वर्ष में 125 करोड़ की शराब बिक्री हुई थी। इस हिसाब से एक वर्ष में ही 28 करोड़ रुपए की शराब बिक्री बढ़ गई। इस समय अंग्रेजी और देसी के 110 मेन ठेके और 121 सब ठेके हैं। यह वित्त वर्ष पूरा होने वाला है, जिससे उम्मीद है कि अब शराब के ठेकों में भारी इजाफा होगा।   

Shivam