मीडिया में हुई किरकिरी तो कश्यप ने दी सफाई, कहा- निर्धारित समय पर दिया इस्तीफा

11/12/2019 4:48:48 PM

चंडीगढ़ (धरणी): इंद्री से भजपा के विधायक राम कुमार कश्यप ने कहा है कि उनका राज्यसभा से इस्तीफा 4 नवम्बर दोपहर से पहले स्वीकृत हो गया था। उन्होंने 4 नवम्बर को 2 बजे के बाद हरियाणा विधानसभा में बतौर विधायक शपथ ली थी। गौरतलब है कि राम कुमार कश्यप इनेलो से राज्यसभा सांसद बने। लगभग 1 साल उनका कार्यकाल बचा हुआ था। पिछले दिनों उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में चुनावों से पहले शामिल हो गए थे।

बीते चुनाव में भाजपा की टिकट पर इंद्री से चुनाव लड़ा। विधायक बनने के बाद ही उन्होंने अपना इस्तीफा दिया था। जिसके बाद से सवाल यह उठ रहे थे कि राम कुमार कश्यप क्या आने वाले समय मे जन प्रतिनिधि नियम, दलबदल कानून या बीच ऑफ ट्रस्ट व हेराफेरी से लाभ का पद अर्जित करने के मामले में विवादों में आ सकते हैं? 

इंद्री से नवनिर्वाचित रामकुमार कश्यप को विधायक की शपथ लेना पड़ सकता है भारी!

जिस पर कश्यप ने कहा है कि 25 अक्टूबर को बतौर विधायक उनकी अधिसूचना जारी हो गई थी। उसके बाद निर्धारित समय मे उन्होंने राज्यसभा को 1 नवम्बर को त्यागपत्र दे दिया था। तब विधानसभा के चैयरमैन मौजूद नहीं थे। वे 4 को आए तो उनका त्यागपत्र स्वीकार करके राज्यसभा ने 5 नवम्बर को अधिसूचना जारी की। राम कुमार कश्यप ने कहा कि विधायक बनने के बाद उन्हें 14 दिनों का समय राज्यसभा से इस्तीफा देने के लिए बनता था, उन्होंने निर्धारित समय मे इस्तीफा दे दिया था।

Shivam