...तो इसलिए की गई थी केरोसिन व्यापारी सरदारा सिंह की हत्या, आरोपी ने किया खुलासा (VIDEO)

2/22/2018 7:55:03 PM

यमुनानगर(हरिंदर): यमुनानगर में 19 फरवरी को केरोसिन व्यापारी सरदारा सिंह की हत्या मामले की गुत्थी को डिटेक्टिव स्टाफ ने सुलझा लिया है। इस मामले में सरदारा सिंह के गोदाम में बनी मंदिर के पुजारी और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों ने हत्या की वारदात को कबूला है और इन्हें इस वारदात का कोई मलाल भी नहीं है। पुजारी का कहना है कि उसने सरदारा को मारकर एक राक्षस का अंत किया है। फिलहाल पुलिस अब दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। एसपी राजेश ने प्रेस कांन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी।

जानकारी के मुताबिक सरदारा सिंह सैनी ने गोदाम के पास शकुम्बरा देवी का एक मंदिर बनवाया हुआ है और उस मंदिर में नेत्रपाल उर्फ नेतराम नाम के पुजारी को भी वेतन पर रखा हुआ था। पिछले कई महीनों से सरदारा पुजारी को वेतन भी नहीं दे रहा था और उसकी पत्नी पर भी बुरी नजर रखने लगा था। पुजारी को शक हो गया था कि सरदारा के उसकी पत्नी से भी अवैध सम्बन्ध हैं।



पुजारी नेतराम के मुताबिक, सरदारा नौकरानी का काम करने वाली औरतों को अपनी हवस का शिकार बनाता था, लेकिन जब बात उसकी पत्नी तक आ पहुंची तो उसने सरदारा सिंह को मारने की योजना बनाई। सरदारा को मार कर मंदिर का मालिक बनने की भी उसकी इच्छा थी। गौरतलब है कि, फार्म हाऊस में खून से सना हुआ एक साईन बोर्ड भी मिला था, जिसपर लिखा था कि घर में काम करने वाली औरतों की जरूरत है।

पुजारी नेतराम ने योजनानुसार एक और साथी की तलाश थी। उसने उसी मंदिर में पास के इलाके से आने वाले शुभम उर्फ सुनील को लालच दिया कि यदि व सरदारा सिंह को मार देगा तो उसे वो दो लाख रुपए देगा। जिस जगह सरदारा रहता है वहां से भी भारी मात्रा में ज्वेलरी और काफी कैश मिल सकता है।

शुभम पुजारी की बातों में आ गया और दोनों गंडासा लेेकर फार्म हाऊस पर पहुंच गए जहां सरदारा सिंह पहले से मौजूद था। यहां उन दोनों ने मोबाइल अंदर रह जाने की बात कहकर गोदाम का गेट खुलवाया और अंदर घुसते ही उस हथियार से सरदारा सैनी की बेरहमी से हत्या कर दी।



सरदारा सैनी हत्याकांड के मास्टरमाइंड पुजारी नेतराम ने कहा कि मुझे कोई पछतावा नहीं है। पुजारी ने कहा, 'वैसे कोई भी गलत काम नहीं करना चाहता और जो करते हैं या तो उनके मन में लालच होता है लेकिन यहां किसी तरीके से लालच का विषय नहीं था।' 

नेतराम के मुताबिक, 'यहां महिलाओं को काम करने खाना बनाने खाना बनाने से बुलाया जाता था। सिर्फ एक महीना रखने के बाद उन्हें पैसे देने से मना कर दिया जाता और उनके साथ गलत काम किया जाता था। महिलाओं से हो रहे दुष्कर्मों की खबर सरदारा सिंह के घर वालों को थी और उसकी घर वाली भी सालों से अलग रह रही है।'



नेतराम ने बताया कि 'सरादारा सिंह ने ऑफिस में काम करने के लिए मेरी घरवाली को भेजने के लिए कहा और धमकी दी कि ऐसा न करने पर मंदिर में नहीं रखेगा। 15 दिन काम करने के बाद सरदार सिंह ने नेतराम को ऑफिस में आने से मना कर दिया और कहा तेरी घरवाली मेरे पास रहेगी यदि कुछ गड़बड़ की तो मंदिर में चोरी का इल्जाम लगाकर मंदिर से निकाल देगा और घरवाली को बदनाम कर देगा।'

वहीं इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने वाले डिटेक्टिव स्टाफ के इंचार्ज जयपाल आर्य और उनकी टीम को रिवॉर्ड दिलवाया जाएगा। इन दोनों को आज पुलिस कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लगी ताकि हत्या से जुड़े अन्य पहलुओं की भी गहनता से जांच की जा सके।