खाप पंचायतों ने की प्रकाश सिंह बादल से मुलाकात, कर सकती है आगामी रणनीति का ऐलान

9/7/2019 2:17:29 PM

सिरसाः  पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के परिवार को एकजुट करने के साथ- साथ विपक्ष को मजबूत की कवायद में जुटी खाप पंचायतों एवं हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक व किसान नेता रमेश दलाल के प्रयासों को अब सफलता मिलती नजर आ रही है। वीरवार को किसान नेता रमेश दलाल व खाप पंचायत प्रतिनिधियों की जहां 2 बार दुष्यंत चौटाला से हुई मुलाकात के दौरान दुष्यंत द्वारा खाप प्रतिनिधियों के समक्ष रखे गए ब्यौरे से खाप प्रतिनिधि संतुष्ट नजर आए वहीं अब इस मुद्दे पर शनिवार को रमेश दलाल व खाप पंचायत प्रतिनिधि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से उनके बादल स्थित फार्म हाउस पर सुबह 11 बजे मुलाकात की। बादल से मुलाकात के बाद इस दिशा में खाप पंचायतें अपनी आगामी रणनीति का ऐलान कर सकती हैं। 

उल्लेखनीय है कि चौटाला परिवार को एकजुट करने के उद्देश्य से किसान नेता रमेश दलाल व खाप पंचायत प्रतिनिधियों ने पहल की थी और 26 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा अजय व अभय चौटाला से मुलाकात की थी। इसके अतिरिक्त दलाल व खाप पंचायत प्रतिनिधि 3 सितम्बर को पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से भी मिले थे। ओमप्रकाश चौटाला व अभय चौटाला द्वारा खाप पंचायत प्रतिनिधियों को कोई भी फैसला लेने के लिए अधिकृत किए जाने के बाद खाप पंचायतों को दुष्यंत चौटाला के जवाब का इंतजार था जिस पर वीरवार को दुष्यंत ने पूरी स्थिति से अवगत करवाया। किसान नेता रमेश दलाल का कहना है कि वह लगातार सभी नेताओं से संपर्क में हैं और बातचीत सार्थक दिशा में आगे बढ़ रही है। इस दौरान कुछ अफवाहें भी चल रही हैं जिन पर विश्वास नहीं करना चाहिए। दलाल का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही ठोस परिणाम निकल कर सामने आएंगे, मगर इसमें कुछ समय अवश्य लग सकता है। 



जाटों को एकजुट करने की बात गलत
किसान नेता रमेश दलाल का कहना है कि इस तरह का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि खाप पंचायतों द्वारा जाटों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को एकजुट व मजबूत करने की इस मुहिम में सभी 36 बिरादरियों के प्रतिनिधि हमारे साथ हैं और हमारा लक्ष्य केवल विपक्ष को मजबूत बनाना है। न तो हमने कोई मुख्यमंत्री का चेहरा तय करना है और न ही हमारा कोई अपना स्वार्थ व हित है। हम तो प्रदेश हित में मजबूत विपक्ष चाहते हैं।                               

Isha