कोरोना रिलीफ फंड का हिसाब दे खट्टर सरकार: सुरेजवाला

6/5/2020 12:39:27 PM

उकलाना(पासा राम):  कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला उकलाना पहुंचने पर उनका बृजलाल बहबलपुरिया के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि उकलाना को सैनिटाईज किया जाएगा और इस मुहिम में हरियाणा किसान कांग्रेस व युवा कांग्रेस के साथी मिलकर निरंतर इस जनसेवा में अपनी भागीदारी पेश कर रहे हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि उकलाना के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों, प्राईवेट अस्पतालों व प्राईवेट क्लिनिक चलाने वाले हर डॉक्टर तक पर्सनल प्रोटेक्शन ईक्विपमेंट यानि पीपीई किट, एन.95 मास्क, सोडियम हाईपोक्लोराईट का सफाई सॉल्यूशन कांग्रेस पार्टी की ओर से पहुंचाने का सराहनीय निर्णय लिया है। कोरोना महामारी से इस लड़ाई में हमारे कोरोना वॉरियर यानि डॉक्टर साथियों को सुरक्षित रखने तथा जनता के उपचार में सहयोग करने का यह सही रास्ता है। उन्होंने कहा कि दुख की बात यह है कि सत्ता में रहते हुए भी भाजपा-जजपा सरकार सेवा के इस भाव से पूरी तरह से उदासीन है। भाजपा के नुमाईंदे मुख्यमंत्री कोष के लिए पैसा लेने के लिए तो प्रकट हो जाते हैं पर सेवा के नाम पर कोरोना महामारी की आड़ में छिप जाते हैं। उम्मीद है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस सेवा भाव का खट्टर सरकार अनुसरण करेगी।

प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री पर कोरोना आपदा से निबटने के लिए बनाए गए प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ  फंड एवं हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में पारदर्शिता ना बरतने के आरोप लगाए हैं। जनता ने कोरोना से निबटने के लिए प्रधानमंत्री को 20 हजार करोड़ तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री को 200 करोड़ की राशि सहयोग में दी परंतु ना जाने यह राशि कहां खर्च की गई। उन्होंने मुख्यमंत्री पर  सरकारी कर्मचारियों का वेतन हड़पने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम पूछ रहे हैं कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए जो 200 करोड़ का सहयोग प्रदेश की जनता ने फंड में जमा करवाया है वह रुपया कहां गया। सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री पर कोरोना से 63 दिनों तक बंद कमरे में डटे रहने का आरोप जड़ते हुए कहा कि जिस मुख्यमंत्री ने बाहर निकल कर जमीनी हकीकत ही नहीं देखी उसे जनता के दुख दर्द की क्या जानकारी होगी।

प्रदेश में शराब घोटाले को लेकर मंत्री अनिल विज के कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अनिल विज की तो इनकी सरकार में ही पूछ नहीं है। शराब तस्करों के संबंध प्रदेश सरकार के बड़े नेताओं से जुड़े है और जांच के नाम पर एफआईआर को फुटबॉल बना दिया गया है। 

Isha