युवकों का अपहरण कर मांगी फिरौती, पुलिस ने दिखाई मुस्तैदी, आरोपी गिरफ्तार

11/7/2020 9:21:36 AM

फरीदाबाद : हथियार के बल पर बदमाशों ने तीन युवकों का अपहरण कर लिया और उनकी जमकर लाठी डंडों से जमकर पिटाई कर दी और अपहरण की एवज में 50 हजार की फिरौती मांगी। अपहरण की सूचना मिलने के बाद फरीदाबाद पुलिस अलर्ट हुई और अपहरणकर्ताओं की गाड़ी का पीछा करते हुए दो बदमाशों को पाली भांखरी इलाके से गाड़ी और हथियार सहित राउंडअप करते हुए तीनों अपहृत युवकों को सकुशल छुड़ा लिया।

फिलहाल पीड़ितों का सिविल अस्पताल बादशाह खान में इलाज चल रहा है और पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई है। अपहरण मामले में तीसरे पीड़ित साहिल ने बताया कि वह पाली क्रेशर जोन में मुंशी का काम करता है। सबसे पहले बदमाशों ने उसे देर रात लगभग 1.30 बजे के करीब उसके ऑफिस से ही हथियार के बल पर अपहरण कर लिया था और उसे कहीं खेतों में ले जाकर रात भर उसकी पिटाई की। जिसके बाद उन्होंने उससे से कहा कि वह फोन कर अपने अन्य साथियों को बुलाये।

साहिल के मुताबिक उसने प्रदीप को फोन कर डबुआ मंडी इलाके में बुलाया जिसके साथ उसका साथी हरिओम भी था। बदमाश साहिल को अपनी गाड़ी में बिठा कर डबुआ ले गए जिनमें से दो ने उसे गाड़ी में ही हथियार के बल पर काबू करके रखा और उसके दोनों दोस्तों को डबुआ मंडी से हथियार के बल पर उठा लिया और गाड़ी में डालकर फरार हो गए। पीड़ितों ने बताया  कि उन्हें बचाने के लिए मंडी में कुछ लोग आए थे लेकिन उन्होंने उन्हें हथियार दिखा दिया जिसके चलते वे उन्हें छुड़ाने में कामयाब नहीं हुए। फिर वह उन्हें गाड़ी में लेकर बडख़ल चौक की तरफ गए और उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी जिसके बाद वह उन्हें भांकरी इलाके के खेतों में ले गए और वहां उतारकर उन्हें लाठी डंडों और रॉड से बुरी तरह पीटा और उनसे 50,000 की फिरौती माँगी ।

फिर बदमाशों ने उनसे कहा कि वे हमें ऑफिस पर ले जाकर और मारेंगे तथा ये कहते हुए उन्होंने फिर उन्हें गाड़ी में डाल लिया और चल दिये ।  तभी कुछ दूरी पर सीआईए की गाड़ी उनकी गाड़ी के सामने आ गई। इस पर बदमाशों ने सीआईए की गाड़ी में टक्कर मारकर भागने का प्रयास किया तो प्रदीप चलती गाड़ी से कूद गया और दो बदमाश भाग गए। जिनमें से दो बदमाशों जिनमें करन फागना और योगेश जाट को पुलिस ने पकड़ लिया। अब तीनों पीड़ितों का कहना है कि पुलिस की मुस्तैदी और समय पर पहुंचने के चलते उनकी जान बच गई अन्यथा वह उन्हें जान से भी मार सकते थे।

Manisha rana