हरियाणा के इस जिले में बनेगी देश की पहली स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी ?

3/4/2022 5:24:00 PM

चंडीगढ़(धरणी): बजट सत्र के तीसरे दिन पलवल विधायक दीपक मंगला ने बातचीत के दौरान जीरो आवर्स को एक अच्छी शुरुआत बताते हुए कहा कि लोकसभा की तरह विधानसभा में सदस्यों को अपने क्षेत्र के बात रखने का मौका मिले यह सुनिश्चित होना एक अच्छी पहल है। इससे जनता का वकील बन कर एक प्रतिनिधि लोगों की बात को प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत में रखकर समाधान करवा सकता है। मंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में उम्मीद से अधिक परिवर्तन हुए। पुराने ढर्रे को बदलने का काम किया गया। परिवार पहचान पत्र एक ऐसा दस्तावेज स्थापित हुआ जिसके माध्यम से सरकार की अनेकों योजनाओं का लाभ सही पात्र तक पहुंचा। गरीबों के उत्थान और मदद की सोच सफल हुई। हरियाणा अंतोदय की बहुत सी योजनाओं को लेकर प्रदेश सरकार ने जो मेले लगाए मैं इसके लिए मुख्यमंत्री का तहे दिल से स्वागत करता हूं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल वास्तव में एक गरीब को आर्थिक रूप से संपन्न करने की सोच रखते हैं। एक लाख से कम आय वाले लोगों की आय बढ़ाने को लेकर लगातार युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है।

पलवल में देश की पहली स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी प्रदेश के युवकों को बनाएगी रोजगार के लिए सक्षम: मंगला

मंगला ने बताया कि देश की पहली स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी उनके विधानसभा क्षेत्र के गांव दूधोला मे लगाया जाना एक बहुत बड़ी बात है। इस यूनिवर्सिटी में अनेकों ऐसे कोर्स हैं जो कि पूर्ण हरियाणा के युवकों को रोजगार देने के लिए सक्षम बना सकें। जल्द ही यूनिवर्सिटी बन जाएगी। बहुत से बच्चे फिलहाल कोर्स कर रहे हैं और बहुत से बच्चों को वहां रोजगार भी मिला है। मंगला ने कहा कि सभी प्रदेश अपने-अपने प्रदेशों में ऐसी यूनिवर्सिटी स्थापित करना चाहते हैं।लेकिन हरियाणा ने सबसे पहले इसे बनाकर एक  कीर्तिमान स्थापित किया है। मंगला ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री वास्तव में एक ऐसा बजट पेश करना चाहते हैं जो विकास के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो। इसी तैयारी के साथ मुख्यमंत्री ने हर क्षेत्र के विशेषज्ञ से राय लेकर बजट तैयार किया ताकि हर वर्ग -हर क्षेत्र का विकास किया जा सके।

यूक्रेन में फंसे सभी बच्चे लगातार सरकार के संपर्क में : दीपक मंगला

यूक्रेन मामले पर बोलते हुए मंगला ने कहा कि पलवल जिला के भी बहुत संख्या में बच्चे वहां फंसे हुए हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है और बच्चों से लगातार सरकार ने संपर्क साधा हुआ है। केंद्र ने अपने चार मंत्रियों को पड़ोसी मुल्कों में भेजा यह एक अच्छा प्रयास है। बच्चों के खाने-पीने और रहने की समस्याओं का समाधान कर दिया जा चुका है। आने के रास्ते साफ़ किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार लगातार अपनी पूरी कोशिशें किए हुए हैं। एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है। बहुत जल्दी सकुशल हमारे देश और प्रदेश के बच्चे अपने माता-पिता के पास लौट आएंगे।

Content Writer

Vivek Rai